राजा दशरथ का किरदार, फिर भी मर्यादा तार-तार! हे राम ये ऑडियो झूठा निकले
हेम भट्ट, देहरादून
हे राम! भाजपा के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत का कथित ऑडियो झूठा निकले। यह साबित हो जाए कि महिला से अश्लील बातें करने वाले भगत नहीं हैं। और यह साबित करने की जिम्मेदारी खुद बंशीधर भगत की है। वरना यह दोहरा चरित्र समाज के लिये किसी जहर से कम नहीं है। कैसे विश्वास किया जा सकता है कि कोई बचपन से श्रीरामचरितमानस की पवित्र चौपाइयां भज रहा हो, राजा दशरथ, अंगद, परशुराम जैसे अति मर्यादित किरदारों को 5 दशक से मंच पर जी रहा हो और फिर भी उसके दिल में फुहड़ता, अश्लीलता हिलोरे मारती हो?
कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत राजनीति के माहिर खिलाड़ी होने के साथ प्रतिभाशाली कलाकार भी हैं। राजनीति की ही तरह रामलीला का मंच भी उनके जीवन का अटूट हिस्सा है। वो पिछले 5 दशक से रामलीलाओं में अलग-अलग किरदार निभा रहे हैं। भगत राजा दशरथ, अंगद और परशुराम के अलावा रामायण के अन्य किरदारों का अभिनय बखूबी निभाते हैं। लेकिन उनकी पहचान राजा दशरथ से जुड़ी है। रामलीला का मंच हो बंशीधर भगत राजा दशरथ का किरदार निभां रहे हों और कैकेयी संवाद चल रहा हो तो अभिनय कुछ देर के लिये वास्तविकता में बदल जाता है। ऐसे वेदों और पुराणों के मर्मज्ञ, धर्मप्राण, दयालु, रणकुशल, और प्रजा पालक रघुकुल के राजा दशरथ, जिन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के पिता होने का सौभाग्य मिला हो और उनका किरदार बंशीधर भगत निभाते हों फिर भी उनकी मर्यादा हिल गई?
वायरल ऑडियो राजनीतिक दलों के लिये सियासी मुद्दा हो सकता है। बंशीधर भगत के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी इस ऑडियो को उनके खिलाफ इस्तेमाल करेंगे ही। मगर एक वयोवृद्ध राजनीतिज्ञ का अनुसरण करने वालों की कमी कहां होती है ऐसे लोगों के लिये यह दिल तोड़ देने वाला है। कालाढूंगी से चुनाव लड़ रहे बंशीधर भगत का यह संभवतः आखिरी चुनाव भी है। वो जीत के साथ ही अपना राजनीतिक सफर पूरा करना चाहेंगे। ऐसे वक्त में वायरल ऑडियो की घटना ने उनके चेहरे, चाल और चरित्र को दागदार किया है। अब जितना जल्दी हो सके उन्हें इस वीडियो का झूठा साबित करना होगा। और गर नहीं कर पाये तो यह दाग उन्हें ताउम्र सालता रहेगा। एक सवाल यह भी कि इस दाग के साथ क्या बंशीधर भगत रघुनंदन राम की लीला का मंचन करने का साहस जुटा पाएंगे?