उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया की यह मिसाइल जापान के नजदीक समुद्र में गिरी है। इसका रेडिएसन पीने के पानी, खेती लोगों को प्रभावित कर सकता है। रिर्पाट में ये भी दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया द्वारा जमीन के अंदर किए गए न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट से रेडिएसन का असर उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरियाए, चीन, जापान में भी लोगों पर असर डाल सकता है।
सिओर स्थित एक मानवाधिकार संगठन ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी कर यह जानकारी सार्वजनिक की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूक्लियर टेस्ट से जमीन के भीतर मौजूद पीने के पानी में रेडिएसन का स्तर कई गुना बढ़ गया है। बता दें कि अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सरकारों के अनुसार, उत्तर कोरिया ने 2006 और 2017 के बीच पर्वतीय उत्तरी हम्ग्योंग प्रांत में पुंग्ये-री स्थल पर गुप्त रूप से परमाणु हथियारों के छह परीक्षण किए। ट्रांज़िशनल जस्टिस वर्किंग ग्रुप द्धारा किए गए अध्ययन में कहा गया है कि रेडियोएक्टिव पदार्थ साइट के पास के आठ शहरों और काउंटी में फैल सकते हैं,जहां 1 मिलियन से अधिक उत्तर कोरियाई लोग रहते हैं। इस जगह पर पीने सहित रोजमर्रा के जीवन में भूजल का उपयोग किया जाता है।
साल 2015 में ही दक्षिण कोरिया की फूड सेफ्टी एजेंसी ने चीन से आयात किए गए मशरूम में 9 गुना ज्यादा रेडिएशन पाया गया था। जांच में पता चला कि ये मशरूम असल में उत्तर कोरिया से स्मगल होकर चीन आए और वहां से दाक्षिण कोरिया पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन और जापान ने रेडिएशन को काउंटर करने के लिए इंतजाम भी मजबूर कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि रेडिएशन की वजह से लोग कई तरह की बीमारियों जैसे कैंसर आदि की चपेट में आ सकते हैं।