उत्तराखंड में बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, अभी और बढ़ सकती है ठंड
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। गुरुवार रात और शुक्रवार को हुई बर्फबारी के बाद राज्य में पारा गिर गया है और कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में आज आंशिक से लेकर मुख्यत: बादल छाये रह सकते हैं।
उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग समेत 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात के आसार हैं। जबकि, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और चंपावत में गरज के साथ तीव्र बौछारें व ओलावृष्टि की आशंका है। इसे लेकर अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट आ सकती है।
पहाड़ों में भारी हिमपात के कारण जनजीवन प्रभावित है। मैदानों में वर्षा के बाद सर्द हवाओं ने कंपकंपी बढ़ा दी है। भारी हिमपात के कारण प्रदेश में करीब 100 गांवों का संपर्क कट गया है। इधर, मौसम विभाग की ओर से आज शनिवार को भी प्रदेश में वर्षा-बर्फबारी जारी रहने की आशंका जताई गई है। साथ ही कहीं-कहीं गरज के साथ बौछारें और ओलावृष्टि को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है। प्रदेश में बीते दो दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पहाड़ों में भारी हिमपात और निचले क्षेत्रों में वर्षा का क्रम बना हुआ है। शुक्रवार को केदारनाथ धाम में चौथे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहा। वहीं द्वितीय व तृतीय केदार समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जोरदार बर्फबारी हो रही है। जबकि घाटी वाले क्षेत्रों में भी बारिश हुई। बारिश व बर्फबारी से कड़ाके की ठंड का प्रकोप बना है। जनपद के दो दर्जन गांव बर्फ से अटे पड़े हैं, यहां का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आइटीबीपी के जवान केदारनाथ धाम में पांच फीट बर्फ में भी पूरी मुस्तैदी के साथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं।