अद्भुत सौंदर्य से लकदक “फूलों की घाटी” में आपका पुनः स्वागत है
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के ज़िम्मेदारों के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी एक जून को खोल दी गई थी लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से यहाँ पर्यटकों की आवाजाही बंद थी। लेकिन अब एक बार फिर इस अद्भुत सौंदर्य से लकदक घाटी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। जो भी पर्यटक यहां आएगा उसके पास 72 घंटे की निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट होनी जरूरी है।
हिमाच्छादित पर्वतों के बीच स्थित फूलों की घाटी में विभिन्न प्रजाति के लगभग 300 फूल खिले हुए हैं, जो दूर-दूर तक अपनी महक बिखेर रहे हैं। गोविंदघाट से 16 किमी की पैदल दूूरी तय कर पर्यटक फूलों की घाटी में पहुंचते हैं।
फूलों की घाटी भ्रमण के लिए जुलाई, अगस्त व सितंबर के महीनों को सर्वोत्तम माना जाता है। सितंबर में यहां ब्रह्मकमल खिलते हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। फूलों की घाटी में फूलों की लगभग 500 प्रजातियां खिलती हैं। मौजूदा समय में यहां करीब 300 फूलों की प्रजाति खिली हुई हैं। तो आप भी अगर कुदरत के बनाये संसार की रंग बिरंगी फुलवारी देखना चाहते हैं तो आपका उत्तराखंड में एक बार फिर स्वागत है