यूकेपीएससी ने उत्तराखंड मूल की महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण की नई व्यवस्था लागू होने के चलते पीसीएस परीक्षा से गैर उत्तराखंडी महिला अभ्यर्थियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें से अधिकांश महिला अभ्यर्थी यूपी की हैं। आयोग ने ऐसी 2,200 महिला अभ्यर्थियों का रिजल्ट निरस्त कर दिया है, जो राज्य की मूल निवासी नहीं है और जिन्होंने उत्तराखंड महिला क्षैतिज आरक्षण का दावा नहीं किया है। इनमें ऐसी महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड महिला के श्रेणीवार कट आफ मार्क्स की अर्हता को पूरी नहीं करती। संशोधित परिणाम जारी होने के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों की संख्या 5,959 रह गई है। आयोग की ओर से निरस्त अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड की गई है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड शासन की ओर से 10 जनवरी 2023 को महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण अधिनियम 2022 को अधिसूचित किया गया था। इस अधिनियम के 18 जुलाई 2021 से प्रभावी होने के आधार पर पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2021 में उत्तराखंड मूल की महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण प्रदान किया गया है।