सिक्किम हादसे में उत्तराखंड का लाल शहीद, धारचूला निवासी जवान रविंद्र थापा हुये शहीद
शुक्रवार को उत्तरी सिक्कम के जेमा में हुये दर्दनाक हादसे में 16 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई। इसमें उत्तराखंड के एक जवान रविंद्र सिंह थापा भी शामिल हैं, जो इस सड़क हादसे में शहीद हो गए। रविंद्र थापा के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से शहीद जवान के घर में कोहराम मच गया है। शहीद रविंद्र सिंह थापा मूलतः पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला के रहने वाले थे, उनके परिवार में पत्नी एक दस वर्षीय बेटा और तीन साल की एक बेटी हैं। शहीद का परिवार वर्तमान में पंचायत घर क्षेत्र रामपुर रोड हल्द्वानी में रहता है। शहीद रवींद्र सिंह के बड़े भाई लोकेंद्र भी सेना में हैं। जबकि छोटे भाई लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं। शहीद रवींद्र सिंह जीआईसी पय्यापौड़ी से 12वीं पास करने के बाद सेना में भर्ती हो गए थे। जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, स्थानीय विधायक हरीश धामी और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने शोक जताया है। शुक्रवार को सिक्किम में सेना का एक ट्रक खाई में गिर गया था। इस हादसे में 3 जेसीओ सहित 16 जवान शहीद हो गए थे। शहीद रविंद्र सिंह थापा का पार्थिव शरीर आज दिल्ली लाया जाएगा यहां से आज ही पंतनगर एयरपोर्ट लाया जाएगा। पंतनगर से उनके पार्थिव शरीर को धारचूला उनके मूल निवास ले जाया जाएगा और वहीं उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।