इंडिया गठबंधनः लोकसभा चुनाव के लिये कांग्रेस-सपा-आप के बीच छह राज्यों में सीट शेयर तय
लोकसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस-सपा और आम आदमी पार्टी ने आखिरकार सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर मुहर लगा दी है। और इसी के साथ इंडिया गंठबंधन के टूटने की खबरों पर भी विराम लग गया है।
सबसे पहले बात यूपी की करेंगे। यहां कांग्रेस और सपा के बीच 17 और 63 के फॉर्मूले पर मुहर लगी है। यानी कांग्रेस 17 सीटों पर और समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस यूपी की जिन 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी उनमें
अमेठी, रायबरेली, अमरोहा, सहारनपुर, झाँसी, देवरिया, बाराबंकी, कानपुर महराजगंज, बांसगांव, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, फतेहपुर सिकरी, बुलंदशहर, वाराणसी और प्रयागराज की सीट शामिल है।
यूपी की बची हुई 63 सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी। अब यहां दिलचस्प बात ये हैं कि सपा चंद्रशेखर आजाद की ’आजाद समाज पार्टी’ समेत कुछ छोटे दलों को अपने कोटे से सीट दे सकती है।
दिलचस्प ये भी है की अभी आरएलडी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं, आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी कह चुके हैं कि वो किसानों और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध के समाधान का इंतजार कर रहे हैं। कयास इस बात के भी लगाये जा रहे हैं कि जयंत अखिलेश से हाथ मिला सकते हैं।
अब बात कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हुई सीट शेयरिंग की करेंगे।
यूपी से निकलकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, गोवा और चंडीगढ़ में सीट शेयर के फॉर्मूले पर मुहर लगा दी है।
गुजरात की 26 सीटों में से कांग्रेस 24 तो आप 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
हरियाणा की 10 सीटों में से कांग्रेस 9, आप आदमी पार्टी 1
दिल्ली की 7 सीटों में से कांग्रेस 3 और आप 4 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
गोवा की 2 सीटों पर कांग्रेस दोनों सीट पर चुनाव लड़ेगी।
चंडीगढ़ की एक मात्र सीट पर भी कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी।
पंजाब की सभी 13 सीटों पर कांग्रेस और आप अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी, पश्चिम बंगाल में भी ममता बनर्जी ने अकले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि पंजाब, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भलेही कांग्रेस गठबंधन न कर पाई हो मगर ऐसे राज्यों में वो विपक्षी दलों के मजबूत प्रत्याशी को अघोषित वॉक ओवर दे सकती है।