हल्द्वानी के अतिक्रमण मामले में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री, बोले हल्द्वानी में अल्पसंख्यकों को बेघर किया जा रहा है
उत्तराखंड के हल्द्वानी में रेलवे स्टेशन के पास बनी अनाधिकृत कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली गई है। कई मकानों पर अब तक रेलवे का बुलडोजर चल चुका है। नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया है। वहीं, इसके विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। करीब 70 एकड़ जमीन पर 4300 से अधिक परिवार रहे हैं। करीब 50 हजार लोगों के बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। इनमें से अधिकतर परिवार मुस्लिम समाज से आते हैं। इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। जमीयत ने इस मामले में हल्द्वानी में विरोध सभा का निर्णय लिया है। वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ जोरदार हमला बोल दिया है। उनके निशाने पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। कांग्रेस ने भी इस मामले में सरकार से पीड़ितों की आवाज सुनने की बात कही है।
वहीं अब इस मामले में राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हल्द्वानी के अतिक्रमण हटाओ अभियान को अल्पसंख्यकों पर कार्रवाई से जोड़ते हुए बड़ा हमला बोला है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने की मांग की है। ओवैसी ने कहा है कि इंसानियत दिखाते हुए उत्तराखंड के हल्द्वानी के लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को वहां से नहीं निकाला जाना चाहिए। ओवैसी ने सवाल किया कि हल्द्वानी के लोगों के सिर से छत छीन लेना कौन सी इंसानियत है? वहीं, भाजपा पर करारा हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि भाजपाई कहते हैं, भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है।