Friday, May 3, 2024
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विधि विधान से बंद हुए बाबा केदार के कपाट, छह माह ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में होगी बाबा केदार की पूजा

 

  • बृहस्वतिवार सुबह विधि-विधान के साथ बंद  हुए बाबा केदार के कपाट,
  • कपाट बंद होने से पहले बाबा केदार के दर्शनों को लेकर श्रद्धालुओं का लगा तांता
  • छह माह ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में होगी बाबा केदार की पूजा

Kedarnath Dham : केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर सुबह विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद किये गए, इस दौरान मंदिर परिसर में भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे। सुबह तीन बजे से दर्शन शुरू हो गए थे। बाबा केदार के कपाट बंद होने से पहले इस बार भक्तों को एक खास मौका मिला, जिसे देखकर भोलेनाथ भक्त खुशी से झूम उठे। सुबह साढ़े आठ बजे सेना की भक्तिमय बैंड धुनों के साथ बाबा की पंचमुखी विग्रह उत्सव मूर्ति यात्रा विभिन्न पड़ावों से के लिेए निकली।
Kedarnath Dham : छह महीने शीतकाल में केदारनाथ की पूजा अर्चना ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होगी

अब छह महीने शीतकाल में केदारनाथ की पूजा अर्चना ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होगी। सेना के बैंडों की मधुर धुनों के बीच हजारों भक्तों ने बाबा केदार के जयकारों के साथ डोली यात्रा को लेकर गौरीकुंड के लिए प्रस्थान किया। डोली पैदल यात्रा के प्रथम दिन आज रामपुर पहुंचेगी। जबकि इसके बाद गुप्तकाशी और फिर ऊखीमठ पहुंचेगी जहां बाबा की उत्सव डोली को मंदिर में विराजमान किया जाएगा।

Kedarnath Dham : विधि विधान से बाबा की डोली को मंदिर के सभामंडप में विराजमान किया गया। जहां तीर्थ पुरोहित समाज विधि-विधान से कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू की। श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के जयकारे लगाने के साथ ही पारंपरिक गीत एवं भजन गाते हुए झुमेलों करते हुए नजर आए।
Kedarnath Dhamकेदारनाथ धाम में गुरुवार सुबह परंपरा के अनुसार सुबह चार बजे बाबा केदारनाथ को भस्म, फल, घी और अन्न से अभिषेक करने के बाद भगवान छह महीने के लिए समाधि में चले गए। सुबह साढ़े आठ बजे मंदिर से प्रस्थान के बाद यात्रा मार्ग से होते हुए बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने पहले पड़ाव रामपुर प्रवास करेंगी । शुक्रवार 28 अक्टूबर को डोली फाटा से होते हुए रात्रि विश्राम के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। वहीं शनिवार 29 अक्टूबर को गुप्तकाशी से प्रस्थान कर सुबह करीब 11 बजे ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी।

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