भैया दूज के अवसर पर शीतकाल के लिये बंद हुये बाबा केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट। यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर दोपहर12 बजकर 09 मिनट पर बंद कर दिये गये हैं। इसके बाद यमुना मैया की डोली अपने मायके खरसाली गांव की ओर निकल गई है। दोपहर 12.09 बजे सर्व सिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त में यमुनोत्री धाम की विधिवत पूजा अर्चना की गई और इसके बाद यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिये गये। इस साल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड तोड़ 11 लाख 11 हजार श्रद्धालुओं दर्शन किए हैं।
बाबा केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर आज मंत्रोच्चारण के बीच शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान मंदिर परिसर में भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे। 29 अक्तूबर को डोली अपने शीतकालीन पूजा गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होगी। आज परंपरानुसार भगवान आशुतोष के ग्याहरवें ज्योतिर्लिंग श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस मौके पर सैकड़ों भक्तों ने बाबा के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। इस साल केदारनाथ यात्रा में रिकॉर्ड 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं।