आज साल का आखिरी पर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ा है। लिहाजा चंद्र ग्रहण की अवधि को छोड़कर आज बाकी पूरे दिन श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाते नजर आये। कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के लिए समूचे उत्तर भारत की पवित्र नदियों के तटों पर श्रद्धालुओं जन सैलाब उमड़ पड़ा। बात हरिद्वार की करें तो इस मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। कार्तिक स्नान पर्व पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। इसके चलते हरकी पैड़ी पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में पावन डुबकी लगाई। वहीं चंपावत के टनकपुर शारदा घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालू स्नान के लिये पहुंचे। शारदा घाट पर न केवल भारत बल्कि नेपाल के तीर्थ यात्री भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। उधर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर अयोध्या में भी स्नान के लिये सुबह से ही श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता दिखाई दिया। पर्व स्नान के साथ चंद्र ग्रहण होने के चलते इस बार कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के मौके पर श्रद्धालुओं की संख्या अधिक दिखाई दी। ग्रहण के चलते आज सुबह से ही तमाम मंदिरों के कपाट बंद कर दिये गये हैं, ग्रहण समाप्ति तक मंदिरों के कपाट बंद रखे जाते हैं। चंद्र ग्रहण शाम 5.22 मिनट से प्रभावी होगा और 6 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। देहरादून और हरिद्वार में करीब 57 मिनट तक चंद्र ग्रहण का असर रहेगा। इस अवधि में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के बजाए गंगा तट पर जप करेंगे। इस दौरान दान का बड़ा महत्व है, ग्रहण के दौरान दान करना 100 गुना अधिक फलदायी माना जाता है।