उत्तराखंड में आफत की बारिश, 24 घंटों 13 लोग लापता, 100 से अधिक भवन हुए क्षतिग्रस्त
उत्तराखंड में मानसून भारी गुजर रहा है। 24 घंटों से लगातार हो रही वर्षा के कारण हुए भूस्खलन और नदी-नालों में आए उफान ने पांच जिंदगियां लील लीं, जबकि विभिन्न जिलों में 13 लोग लापता हैं। इनमें हरियाणा के कुरुक्षेत्र निवासी एक परिवार के चार सदस्य भी शामिल हैं। बचाव एवं राहत टीमें लापता व्यक्तियों की खोज में जुटी हैं। पानी भर जाने के कारण ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 114 लोगों समेत प्रदेश के कई हिस्सों में 122 लोग बचाए गए।
चमोली जिले में तीन और उत्तरकाशी में एक जगह बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन से केदारनाथ पैदल मार्ग का लिनचोली के पास कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया है। चारधाम यात्रा मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हैं। नदियों को वेग लोगों को डरा रहा है, खतरे को देखते हुए इनके किनारे के क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार के लिए भी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
भूस्खलन से दब गया रिसॉर्ट
पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक में मोहनचट्टी जोगियाणा के पास हुए भूस्खलन के मलबे में नाइट इन पैराडाइज नामक रिसार्ट दब गया। इसमें कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के हुड्डा सेक्टर-पांच निवासी कमल वर्मा व उनका परिवार ठहरा हुआ था। कमल की पुत्री कृतिका को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि कमल, उनकी पत्नी निशा, पुत्र निर्मित और एक अन्य निशांत वर्मा मलबे में दबे हुए हैं। देर शाम मलबे से उनके साला मोंटी का शव बरामद हुआ। ऋषिकेश के नजदीक पशुलोक- लक्ष्मणझूला मार्ग पर नाले में बही कार का चालक किसी तरह बच निकला, लेकिन उसकी पत्नी व दो बच्चे लापता बताए जा रहे हैं।
बारिश से हाहाकार
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि एक लापता है। उत्तरकाशी के आराकोट क्षेत्र में बादल फटने से मलबे की चपेट में आई महिला का पता नहीं चल पाया है। देहरादून के सेलाकुई में नाले के उफान में एक बालिका बह गई। चमोली के घाट ब्लाक में एक और बिरही के जंगल में डेरे में रह रहे नेपाली मूल के दो व्यक्ति मलबे की चपेट में आने के बाद से लापता हैं। ऋषिकेश में अमित ग्राम व मीरानगर में नालों से बहकर आए दो शव बरामद हुए। चमोली और रुद्रप्रयाग में भी भूस्खलन की जद में आए दो व्यक्तियों के शव बरामद हुए।
100 से अधिक भवन क्षतिग्रस्त
प्रदेशभर में 100 से अधिक आवासीय एवं व्यावसायिक भवनों को क्षति पहुंची। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में बांदल नदी के किनारे बना निजी संस्थान देहरादून डिफेंस कालेज का भवन ढह गया। वहां मौजूद दो कर्मियों ने किसी तरह जान बचाई। जबकि,छात्र वर्षा को देखते हुए पहले ही निकल गए थे। रुद्रप्रयाग जिले में 52, टिहरी जिले में 15, पौड़ी में 14, देहरादून में आठ, उत्तरकाशी व बागेश्वर में पांच-पांच भवन क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।
रेल व हवाई सेवाओं पर भी असर
हरिद्वार-देहरादून के मध्य रेलवे ट्रेक पर मलबा आने और पेड़ गिरने से दोपहर तक ट्रेनों का संचालन बाधित रहा। हवाई सेवाओं पर प्रतिकूल मौसम का असर दिखा। पंतनगर से जयपुर के लिए इंडिगो की फ्लाइट सोमवार को रद्द रही।