Saturday, April 27, 2024
उत्तराखंडकोविड 19क्राइमराज्यराष्ट्रीय

कोरोना के बाद से देश में लगातार बढ़ रहा साइबर क्राइम, चार सालों में तीन गुना तक पहुची दर

देशभर में बढ़ते साइबर क्राइम के आकड़ों में बढ़ोतरी देखि गयी है। वर्ष 2018 से देखा गया कि हर साल इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। सीईआरटी-इन (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 के पहले दो महीनों में पूरे 2018 की तुलना में अधिक साइबर अपराध दर्ज किए गए। सीईआरटी-इन साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए नोडल एजेंसी है और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करती है। 2018 के बाद से साइबर अपराध के मामलों में लगातार वृद्धि देखी गई है। भारत ने 2018 में 2,08,456 घटनाएं दर्ज कीं; 2019 में 3,94,499 घटनाएं; 2020 में 11,58,208 मामले; 2021 में 14,02,809 मामले; और 2022 के पहले दो महीनों में 2,12,485 घटनाएं। उपरोक्त आंकड़े बताते हैं कि साइबर अपराध 2018 और 2022 तक तीन गुना बढ़ गया है।

जितना देश तकनिकी में आगे बढ़ रहा है तो उतनी ही इंसानी सुविधाये भी बढ़ रहीं है। वहीं तकनिकी के बढ़ते उपयोग के साथ अपराध के तरीके भी बदलने लगे हैं। पहले के मुकाबले अब जेब कटने की घटनाओं में कमी और साइबर ठगी के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। बीतें कोरोना काल से साइबर ठगी काफी सक्रीय है। जबकि साइबर ठगी में इस प्रकार का रिस्क ना के बराबर होता है। आप अगर इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं तो उसके कई लिंक मिलते हैं। कई फर्जी वेबसाइट में इनक्वारी के लिए नंबर भी दिया होता है। उस नंबर से मदद मांगने पर आपसे पर्सनल डिटेल पूछी जाती हैं। जैसे ही आप अपनी महत्वपूर्ण जानकारी या मोबाइल पर आया ओटीपी शेयर करते हैं, खाते से रकम निकाल ली जाती है। ऐसे ही कई और भी मामलें होते हैं।

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *