लाजवाबः मेरठ से दिखाई देने लगे उत्तराखंड के पहाड़ और हिमालय, 5 सालों में एक्यूआई का स्तर सबसे कम
सामान्य दिनों में असामान्य रहने वाला मेरठ का प्रदूषण इस समय कम है। बारिश ने मेरठ की हवा को शुद्ध कर दिया है। इसका असर यह है कि हस्तिनापुर से उत्तराखंड के पहाड़ भी दिखाई देने लगे हैं। 300 से 400 तक पहुंचने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 50 से नीचे आ गया है। अगस्त और सितंबर में पिछले पांच सालों में इस बार एक्यूआई सबसे कम है। वैसे तो प्रदूषित शहरों में देश में मेरठ का स्थान तीसरे नंबर पर आता है। यहां पर प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर गौर करें तो अगस्त और सितंबर में मेरठ की हवा स्वच्छ हो गई है।
रविवार शाम जैसे ही बारिश बंद हुई तो आसमान में इंद्रधनुष दिखाई दिया। मौसम पूरी तरह साफ होने के कारण खादर क्षेत्र के गांव तारापुर, फाजलपुर, नगली गजरौली आदि से उत्तराखंड के पहाड़ों का मनोरम दृश्य दिखाई दिया। लोगों ने छतों पर चढ़कर इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैद किया। मेरठ में प्रदूषण को रोकने के लिए पिछले साल एक अक्तूबर को ग्रेप सिस्टम लागू कर दिया गया था, जबकि अन्य सालों में यह 15 अक्तूबर को लागू किया जाता था। हालांकि वर्तमान में जो प्रदूषण का स्तर चल रहा है वह बहुत अच्छा है। ग्रीन श्रेणी में मेरठ की हवा चल रही है। अक्तूबर में प्रदूषण न बढ़े इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे है।