Friday, April 26, 2024
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Uttarakhand Avalanche : तेज धूप से कमजोर पड़ रही बर्फ, हिमस्खलन की घटनाएं इसी का नतीजा

उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों में हिमस्खलन की चार घटनाएं सामने आयी हैं। मौसम में परिवर्तन होने के कारण ये सारी घटनायें हो रही हैं। बता दें कि मानसून के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी हिमपात हुआ था। लेकिन तेज धूप निकलने से चोटियों पर बड़ी मात्रा में बर्फ कमजोर होकर नीचे खिसक रही है।  साथ ही बारिश भी रुक-रुक कर हो रही है। बारिश की वजह से ताजा बर्फ ढाल वाली चोटियों से खिसकने लगती है। या फिर ग्लेशियर से बर्फ की परत और टुकड़े टूटकर नीचे आ सकते हैं। इसको लेकर केदारनाथ क्षेत्र में हिमस्खलन का अध्ययन करने गई एक टीम का भी कहना है कि हिमस्खलन से सतर्क रहने की जरूरत है। सर्च टीम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मेहता के मुताबिक हिमालय बनने के साथ ही हिमस्खलन की घटनाएं लाखों साल से हो रही हैं। भविष्य में इनकी आशंका बनी रहेगी। साथ ही बताया कि हिमस्खलन की रफ्तार 30 किमी से लेकर 300 किमी प्रति घंटे होती है। हिमस्खलन की रफ्तार चेटियों पर जमा बर्फ और ढलान पर निर्भर करता है। जैसे ही बर्फ अधिक जमा हो जाती है तो गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से तेजी से नीचे खिसकती है। इसे हिमस्खलन कहा जाता है।

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