पिता ने बेटे के लिये जो मैदान बनाया उसी मैदान में रणजी खेलने उतरा बेटा, कुछ ऐसी है अभिमन्यु ईश्वरन की कहानी
रणजी ट्राफी का आज देहरादून में तीसरा मुकाबला खेला गया। ये मुकाबला उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के बीच खेला जा रहा है। जोकि देहरादून की अभिमन्यु क्रिकेट एकेडेमी में चल रहा है। इस मुकाबले की खास बात ये है कि एक तो इस मुकाबले में उत्तराखंड की टीम लगातार तीन मुकाबले जीतकर अपना चौथा मैच पश्चिम बंगाल से खेल रही और वहीं उत्तराखंड के रहने वाले धाकड़ बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन पश्चिम बंगाल की ओर से उत्तराखंड के खिलाफ खेल रहे हैं। आज एसीए एकेडेमी में जब अभिमन्यु ईश्वरन बंगाल की ओर से मैदान में उतरे तो ये लम्हा बेहद शानदार हो उठा। क्योंकि अभिमन्यु उस मैदान में पहली बार रणजी खेलने उतरे जो मैदान उनके पिता आरपी ईश्वरन ने कभी उनके लिये बनाया था। जिसका नाम भी अभिमन्यु के नाम पर ही है। बेटा मैदान में शानदार बैटिंग कर रहा था और पिता अभिमन्यु टकटकी लगाये उनके हर शॉट पर नजरें गड़ाये बैठे रहे। इस दौरान अभिमन्यु की दादी और परिवार के दूसरे सदस्य भी अभिमन्यु को खेलते देख रहे थे। अभिमन्यु के पिता आरपी ईश्वरन ने जय भारत टीवी से तब तक बात करने को मना कर दिया जब तक लंच ब्रैक नहीं हो जाता। मामला टोटके था, और एक पिता जिसने महज 8 साल की उम्र में अपने बेटे को कोलकाता भेज दिया हो उसके लिये टोटका तो बनता ही है। बहरहाल पहले दिन का लंच ब्रेक हुआ तो आरपी ईश्वरन ने जय भारत टीवी के हर सवाल का जवाब दिया।