भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाया बड़ा कदम, जानिए क्या किया बदलाव
भारतीय रेलवे में अब सफ़र करना और सुरक्षित होने जा रहा है। मध्य रेलवे जोन अपने जोन से गुजरने वाली ट्रेनों को निर्बाध रूप से चलाने के लिये एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम कवच को स्थापित करने जा रहा है। सेटअप तैयार होने के बाद रेलवे का सफर पहले से काफी सुरक्षित हो जायेगा। देश में ही तैयार हुये विश्व स्तरीय तकनीक कवच के अंदर 2,000 किलोमीटर तक का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। बता दें कि इस कवच से रेलवे नेटवर्क केवल सुरक्षित ही नहीं बल्कि क्षमता को भी काफ़ी बढ़ा देगा। पूर्व मध्य रेलवे जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह प्रणाली पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, गया, धनबाद, ग्रैंड कॉर्ड रूट पर लगाई जाएगी। इस तकनीक के लिए 151 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया जा चुका है। वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 408 किलोमीटर लंबा पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन-गया-धनबाद ग्रैंड कॉर्ड मार्ग 77 स्टेशन और 79 लेवल क्रॉसिंग फाटकों को कवर करने वाला अहम रेल मार्ग है। इस रूट पर 130 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से ट्रेन चलाने की अनुमति दी गई है। यह सिस्टम सैटेलाइट द्वारा रेडियो कम्युनिकेशन के जरिए लोकोमोटिव और स्टेशनों पर आपस में कम्यिनिकेट करता है। इस सिस्टम के द्वारा लोको पायलेट को जहां एक और आगे आने वाले सिग्नलों की स्थिति के बारे में पता चलता है, वहीं दूसरी ओर उसे लाइन पर रुकावट या फिर रोक का पता भी चल जाता है।