इंडिया ब्लॉक बनाम एनडीएम, बीजेपी कांग्रेस में कौन कहां से है चुनावी मैदान में
लोकसभा चुनाव में यूं तो कई राजनीतिक दल चुनावी मैदान में हैं लेकिन देश की नजरें भाजपा और कांग्रेस पर सबसे ज्यादा हैं।
भाजपा की अगुवाई में एक गठबंधन है एनडीए- यानी नेशनल डेमोक्रेटिक एलाइंस जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन कहा जाता है। सबसे पहले बात एनडीए की करते हैं।
इस चुनाव में बीजेपी 543 में से 446 सीटों पर अपने दम पर मैदान में उतरी है।
एनडीए की सीट शेयरिंग की बात करें तो बड़े राज्यों में बीजेपी को सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश और बिहार में झुकना पड़ा है। आंध्र प्रदेश में कुल 25 में से 19 सीटें बीजेपी को अपने सहयोगियों के लिए छोड़नी पड़ी है जबकि बिहार में जदयू से 1 सीट अधिक पर चुनाव लड़ने के बावजूद 40 में से 23 सीटें गठबंधन के साझेदारों को देनी पड़ी है।
लेकिन उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के सीट बंटवारे में बीजेपी की अच्छी खासी चली है। यूपी में 4 सहयोगियों के होते हुये भाजपा 75 सीटें अपने पास रखने में कामयाब रही, वहीं तमिलनाडु, महाराष्ट्र में दमदार सहयोगियों के होते हुए भी 60 फीसदी तक सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करने में भी कामयाब रही।
16 राज्य ऐसे हैं जहां भाजपा सूबे की सभी सीटों पर बगैर किसी सहयोगी के चुनाव लड़ रही है। इनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, गुजरात, राजस्थान, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल है।
7 केंद्र शासित राज्य भी हैं जहां बीजेपी अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ रही है। जिसमें दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अंडमान निकोबार, पुड्डुचेरी, चंडीगढ़, दमन दीव और दादर नागर हवेली है।
अब बात इंडिया ब्लाक की। यानी जिसे इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव आलइंस कहा जाता है। जिसकी अगुवाई कांग्रेस कर रही है।
आजादी के बाद ये पहला ऐसा लोकसभा चुनाव है जब कांग्रेस महज 325 सीटों पर चुनाव लड़ रही
कांग्रेस यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों में अपने सहयोगियों की सरपरस्ती में चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को यूपी में 80 में से 63 सीटें सपा को देनी पड़ी, बिहार में 40 में से 31 सीटें सहयोगी को देनी पड़ी है, और तमिलनाडु में 30 सीटें कांग्रेस को गठबंधन के सहयोगियों को देनी पड़ी है।
लेकिन केरल में कांग्रेस 20 में से 16 सीटें अपने पास रख पाई है।
12 राज्य ऐसे हैं जहां कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। जिसमें उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, हिमाचल, गोवा, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम शामिल हैं।
केंद्र शासित राज्यों की बात करें तो दिल्ली में कांग्रेस आम आदमी पार्टी और जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ ताल ठोक रही है।
बाकी के सभी 6 केंद्र शासित राज्य लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार, लद्दाख, पुड्डुचेरी, चंडीगढ़, दमन दीव और दादरा नागर हवेली में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है।
यानी 15 राज्यों और 5 केंद्र शासित राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है।