मसूरी में मनाना चाहते हैं नए साल का जश्न? पहले जान लीजिये ये नियम-कानून ..
उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जो अपनी खूबसूरती के लिए चर्चित है ..और पर्यटन के आकर्षण का केंद्र है। उत्तराखंड के पहाड़, वादियाँ और यहाँ की नैसर्गिक खूबसूरती ही है जो इसे प्रचलित बनाती हैं। यही कारण है की नए साल की सेलिब्रेशन के लिए बहुत से लोगों की पहली पसंद उत्तराखंड है… खासतौर पर पहाड़ों की रानी मसूरी। वहीँ, कोरोना के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड में है। नए साल का जश्न मानाने के लिए यहाँ बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है, ऐसे में कोरोना का खतरा और भी बढ़ जाता है। एहतियाती तौर पर डीजीपी अशोक कुमार ने सख्त निर्देश जारी किये हैं। जिसके तहत 31 दिसम्बर और 1 जनवरी को सिर्फ उन ही लोगों को मसूरी जाने की इजाजत मिलेगी जिनकी होटल में बुकिंग हो, वरना चेकिंग के बाद पर्यटकों को चेकिंग पॉइंट से वापस लौटा दिया जायेगा।
वहीँ, स्थानीय निवासियों के लिए भी कोई छूट नहीं होगी, बिना होटल की कन्फर्म बुकिंग के किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जायेगा। इस दौरान विभिन्न राज्यों से लोग मसूरी का रुख करते हैं, इस कारण ट्रैफिक जाम होता है, दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है और कई लोग हुरदंग भी करते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए होटल में कमरे की बुकिंग अनिवार्य की गई है।
डीजीपी ने यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन व एसएसपी देहरादून जन्मेजय खंडूड़ी को निर्देशित किया कि समय पर यातायात प्लान तैयार कर नागरिकों को इसकी जानकारी दे दी जाए। इसके अलावा मसूरी जाने व मसूरी से वापस आने के लिए भी वन-वे ट्रैफिक प्लान बनाने के लिए कहा गया है। आज डीजीपी अशोक कुमार के आदेश पर यातायात पुलिस रूट तय करेगी ताकि जान की स्थिती से बचा जा सके।