चैत्र नवरात्रि: महासप्तमी आज, जानिए माँ कालरात्रि के पूजन का शुभ समय
नवरात्रि के नौ स्वरुप में से सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। इस साल चैत्र नवरात्री की सप्तमी 8 अप्रैल को मनाई जा रही है। इस दिन माता कालरात्रि की पूजा-अर्चना की जाती है। अर्थात जिनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। देवी कालात्रि को काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृत्यू, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने वाले भक्तों पर माता रानी की विशेष कृपा बनी रहती है।
पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा भोग : आज के दिन माता कालरात्रि की पूजा करने के लिए शुभ समय सुबह 11:58 से 12:48 तक रहेगा। इस बीच माता को सादा गुड़ या फिर गुड़ से बना हलवा से भोग लगा सकते हैं। मां को गुड़ से बनी मिठाई का भी भोग चढ़ाया जा सकता है। मां कालरात्रि को रातरानी का पुष्प अर्पित करना शुभ माना जाता है। मां को लाल रंग प्रिय है।
पौराणिक कथा के अनुसार जब वह माँ दुर्गा शुम्भ-निशुंभ और राक्षसों का वध करने मैदान में उतरी। लेकिन राक्षसों को मार कर उनके रक्तबीज से और राक्षसों का जन्म होने लगा। तब माता दुर्गा ने महाकाली का रूद्र अवतार लिया और रक्तबीज को पीकर उसे समाप्त कर दिया। इस देवी के तीन नेत्र हैं, और ये तीनों ही नेत्र ब्रह्मांड के समान गोल हैं। इनकी सांसों से अग्नि निकलती रहती है। ये गर्दभ की सवारी करती हैं।