भारत की झोली में एक और गोल्ड , उत्तराखण्ड के लक्ष्य सेन ने जीता गोल्ड
कॉमनवेल्थ गेम्स के अंतिम दिन बर्मिंघम से एक और खुशखबरी आई है। पीवी सिंधु के बाद भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन ने इतिहास रच दिया है। उत्तराखण्ड के रहने वाले लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में सोमवार को पुरुष सिंगल्स का गोल्ड मेडल जीत लिया है। बर्मिंघम में जारी इन खेलों में लक्ष्य ने 3 गेम तक चले फाइनल मैच में मलेशिया के एनजी जे योंग को शिकस्त दी। 20 साल के लक्ष्य ने गोल्ड मेडल मैच 19-21, 21-9, 21-16 से अपने नाम किया। लक्ष्य सेन पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में उतरे और सोने का तमगा हासिल कर लिया। लक्ष्य सेन की जीत की खबर जैसी ही आई पूरा देश झूम उठा। उत्तराखण्ड के लोग तो लक्ष्य सेन की जीत से गदगद हो गये। हों भी क्यों नहीं आखिरकार उत्तराखण्ड के बेटे ने सात संमदर पार भारत के तिरंगे को इतना बड़ा सम्मान जो दिलाया है। आपको बता दें अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन ने पिछले साल वर्ल्ड चौंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, जबकि इसी साल ऑल इंग्लैंड ओपन-2022 में वह उप-विजेता रहे। लक्ष्य सेन की प्रतिभा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कायल हैं। थाइलैंड में विश्व की प्रतिष्ठित थॉमस कप बैडमिंटन प्रतियोगिता पहली बार जीतने पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी थी। और इसके बाद पीएम को लक्ष्य सेन ने अल्मोड़ा की बाल मिठाई भी भेंट की थी। आज एक बार फिर उत्तराखण्ड के लाल ने पूरे देश का मान बढ़ाते हुये भारत की झोली में गोल्ड डाल दिया है।