उत्तराखण्ड से राज्यसभा की दौड़ में ये नाम सबसे ऊपर, भाजपा ने तैयार किया पैनल
देहरादून-उत्तराखण्ड में राज्यसभा की एक सीट को लेकर सत्ताधारी भाजपा ने मंथन शुरू कर दिया है। आगामी चार जुलाई को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है और इससे पहले नये सांसद का नाम तय किया जाना है। जिसे लेकर प्रदेश भाजपा ने संभावित नामों का पैनल तैयार करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि उत्तराखण्ड से 6 लोगों के नाम भाजपा हाईकमान को भेजे जाएंगे जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल होंगी।
अब आपको बताते हैं कि भाजपा के आखिर वो कौन से नाम हैं जो इस वक्त राज्यसभा के लिये सबसे उपर चल रहे हैं।
पहला नाम है पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत का
2021 में मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के बाद से त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भाजपा ने कोई नई जिम्मेदारी नहीं दी है। इस बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव भी नहीं लड़ा और वो फिलहाल भाजपा में सारी जिम्मेदारियों से मुक्त हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा अपने पूर्व सीएम को राज्यसभा भेज सकती है।
दूसरा नाम है कैलाश गहतोड़ी का
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिये अपनी विधायकी कुर्बान करने वाले कैलाश गहतोड़ी को राज्यसभा भेजकर बड़ा इनाम दिया जा सकता है। हालांकि कैलाश गहतोड़ी दूसरी बार के विधायक हैं और उनका संगठनात्मक अनुभव में ज्यादा बड़ा नहीं है ऐसे में देखना होगा कि भाजपा उन्हें राज्यसभा भेजती है या नहीं।
तीसरा नाम है पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का
2016 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुये पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का इंतजार लम्बा चल रहा है। इससे पहले उनका नाम राज्यसभा और राज्यपाल को लेकर चर्चाओं में रहा है लेकिन भाजपा हाईकमान ने अभी तक विजय बहुगुणा पर विश्वास नहीं जताया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि उनके पुत्र सौरभ बहुगुणा को इस बार कैबिनेट में जगह देकर भाजपा ने काफी हद तक बहुगुणा परिवार की झोली भरने की कोशिश की है।
चौथा नाम है अनिल गोयल का
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल का नाम पिछले साल भी राज्यसभा के लिये चर्चाओं में आया था लेकिन पार्टी ने ऐन वक्त पर उनके बजाय नरेश बंसल को राज्यसभा भेज दिया। अनिल गोयल व्यापारी वर्ग से आते हैं और इसी वर्ग से नरेश बंसल राज्यसभा के सांसद हैं ऐसे में भाजपा अनिल गोयल पर क्या निर्णय लेती है यह देखना भी दिलचस्प होगा।
पांचवा नाम है दीप्ती रावत का
भाजपा महिला मोर्चे की महामंत्री दीप्ति रावत उत्तराखण्ड भाजपा की तेज तर्रार युवा नेत्री मानी जाती हैं। इस बार विधानसभा चुनावों में उन्हें भाजपा ने डोईवाला से चुनावी मैदान में उतारा लेकिर ऐन वक्त पर पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत के दखल के बाद उनका टिकट काटकर बृजभूषण गैरोला को दिया गया। महिला नेत्री के तौर पर दीप्ति रावत भाजपा का भविष्य मानी जाती हैं। यही कारण है कि दीप्ति रावत का नाम भी राज्यसभा के लिये मजबूत माना जा रहा है।
छठा नाम है स्वराज विद्वान का
स्वराज विद्वान इस वक्त राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग की सदस्य हैं। लेकिन इससे बढ़कर उत्तराखण्ड में उनका महिला उत्थान के लिये बड़ा योगदान रहा है। वे सामाज सेवा के कई कार्य करती हैं। पिछली बार भी राज्यसभा के लिये महिला प्रत्याशी के तौर पर उनका नाम सबसे उपर चल रहा था लेकिन तब उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया।
चर्चाएं यह भी हैं कि इन 6 नामों के अलावा भाजपा कोई ऐसा नाम भी सामने ला सकती है जिसे देख हर कोई चौंक सकता है। बताया जा रहा है कि इस हफ्ते प्रदेश भाजपा हाईकमान को राज्यसभा के संभावित नामों का पैनल सौंप देगी। राज्य में भाजपा को बहुमत है और उसके पास फिलहाल 46 विधायक हैं ऐसे में राज्यसभा की सीट भाजपा के खाते में जानी तय है।