महिलाओं को सम्मोहित कर ठगने वाला बाबा पुलिस हिरासत में, हरियाणा में भी कई मुकदमें दर्ज
-आकांक्षा थापा
उत्तराखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. … फ़र्ज़ी बाबा योगी प्रियव्रत अनिमेष उर्फ़ रोबिन खलीफा अब उत्तराखंड पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपी का असली नाम महेंद्र रोड बताया जा रहा है….. पुलिस ने बताया की फ़र्ज़ी बाबा के निवास स्थान नेचर विला, नंबर 21 पर दबिश दी गई और वही से उसे हिरासत में ले लिया गया …. आपको बता दें, महिलाओं को सम्मोहित कर उनके गहने लूट लेता था ये बाबा। एक संत का अवतार धारण कर, लूट मचाता था ये बाबा .. किसे पता था की बाबा की वेशभूषा में दरअसल एक ढग छुपा बैठा है…. बाबा की असलियत तब सामने आई जब ऋषिकेश के सराफा व्यापारी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी… उसने बताया की उसकी पत्नी मानसिक समस्या से जूझ रही है, इसी का फायदा उठाकर बाबा ने आध्यात्मिक रूप से पत्नी का इलाज करने के बहाने उसे अपने निवास स्थान पर बुलाया। फिर उसे सम्मोहित कर लाखों के ज़ेवर और रूपए लूट ली. वयापारी ने बताया की 2019 से लेकर अबतक बाबा ने रुद्राक्ष की माला, सोने का ब्रेसलेट, सोने की माला, सोने की चार अंगूठी और रूपए नगद भी लिए…
बाबा अक्सर बड़े अधिकारियों और नेताओं के साथ अपनी फोटो फेसबुक व अन्य माध्यमों से प्रचारित करता था और बड़ी हस्तियों को अपने प्रभाव में लेता था। अपनी पहुँच के ज़रिये वो लोगों का विश्वास जीत लेता था. आपको बता दें, बीते 10 जुलाई को तांत्रिक बाबा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केे हाथों अपनी पुस्तिका का भी विमोचन किया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष भी तांत्रिक बाबा से आशीर्वाद ले चुके हैं।
वहीँ, ऋषिकेश में गिरफ्तार हुए इस फर्जी बाबा के बारे में देहरादून पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग करने वाले बाबा के खिलाफ हरियाणा के कई थानों में भी चार से पांच गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं, दिल्ली यूपी सहित कई इलाकों में उसके अवैध ठिकाने हैं, जिन पर जल्द पुलिस की छापेमारी की तैयारी है. जानकारी के मुताबिक, बाबा के संबंध कई राज्यों के बड़े नेताओं और नौकरशाहों से भी हैं.
वही, अब इस ढोंगी बाबा की बीजापुर स्थित अतिथि गृह में किसने एंट्री कराई और कौन लोग हैं जिन्होंने एक विवादित बाबा की पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री से करा दिया। इन सभी पहलुओं की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय यह जांच कर रहा है। अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) आनंद बर्द्धन ने मामले की जांच कराए जाने की पुष्टि की है।