विश्व कैंसर दिवस आज, जानिए उस महिला के बारे में जिसे 8 बार हुआ कैंसर
आज समूचा विश्व मानव जीवन की सबसे घातक बीमारी यानी कैंसर के प्रति जागरूकता लाने के लिये कैंसर दिवस मना रहा है। कैंसर दिवस क्यों और कब से मनाया जाता है ये बताएंगे लेकिन पहले हम आपको आज एक ऐसी महिला के बारे में जानकारी देते हैं जिसे एक नहीं दो नहीं बल्कि 8 बार कैंसर हुआ। जी हां सुनने में अजीब लगता है कि एक इंसार आखिर 8 बार कैंसर से कैसे पीड़ित हो सकता है और इस घातक बीमारी से जूझते हुये जीवन के 40 साल गुजार सकता है। ये कहानी है ऐना रेनॉल्ट की। ऐना रेनॉल्ट 16 फरवरी 1950 को अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में पैदा हुईं थीं। वह पेशे से एक लेखक, सार्वजनिक वक्ता और रेडियो शो होस्ट करती थी। 1977 में जब रेनॉल्ट केवल 27 वर्ष की थी उन्हें पहली बार यूट्रीन कैंसर हुआ था। पहली बार कैंसर होने के बाद रेनॉल्ट ने उसका बखूबी सामना किया। इसके बाद जैसे उनके जीवन में कैंसर की शुरूआत हो गई। अगले 40 सालों तक वह कैंसर से जूझती रहीं और उन्हें एक नहीं दो नहीं बल्कि 8 बार शरीर के अलग-अलग अंगों में कैंसर हुआ। 2009 में उन्हें ब्रेस्ट कैंसर भी हुआ है। 40 सालों तक कैंसर जैसी भयानक बीमारी से जूझते हुये रेनॉल्ट लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक भी करती रहीं। और आखिरकार 1 अगस्त 2018 में 68 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। उनकी मौत कैंसर से हुई या उम्र की अधिकता से हुई इस बात का खुलासा नहीं हो पाया। रेनॉल्ट जब तक जीवित रही वह अपने शरीर में कैंसर लेकर जीती रहीं। वह कहा करती थीं कैंसर मेरे जीवन में एक स्थानी मेहमान के तौर पर रहता है मैं इससे लड़ रही हूं और कभी हार नहीं मानूंगी। आज जब पूरा विश्व कैंसर दिवस मना रहा है तो ऐसे में ऐना रेनॉल्ट की कहानी उन लोगों के लिये किसी प्रेरणा से कम नहीं हो लोग कैंसर से जूझ रहे हैं।
क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस
विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस, 2008 में लिखे गए विश्व कैंसर घोषणा के लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) के नेतृत्व में कार्यरत है। विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर और बीमारी के कारण होने वाली मौतों को कम करना है। बहुत से लोग कैंसर को दूर करने के लिए आध्यात्मिकता का भी सहारा लेते हैं। वर्तमान में, दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ते हैं जिनमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु वर्ग) मर जाते हैं। वर्ष 2025 तक, कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों के बढ़कर प्रति वर्ष 60 लाख होने का अनुमान है। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों में 25 प्रतिशत कमी के लक्ष्य को हासिल किया जाए तो हर साल 15 लाख जीवन बचाए जा सकते हैं।