परीक्षाएं रद्द होने से नाराज युवाओं ने क्यों लगाये बीजेपी जिंदाबाद के नारे, किसका था दबाव!
बीजेपी दफ्तर के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते ये वो बदकिस्मत युवा हैं जिन्होंने स्नातक स्तरीय परीक्षा को अव्वल नम्बरों के साथ उर्त्तीण किया है। जी हां वही परीक्षा जिसमें पेपर लीक का बड़ा स्कैम सामने आया है। जिसके बाद सरकार ने यूकेएसएस एससी पेपर लीक को देखते हुये कई परीक्षाओं को रद्द करने का फरमान सुना दिया। बीजेपी दफ्तर के सामने अपना विरोध जताने पहुंचे इन युवाओं के सामने आज एक अजीबोगरीब स्थिति खड़ी हो गई। युवा बीजेपी सरकार के खिलाफ नारे लगाते-लगाते अचानक बीजेपी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता खुद को सीएम का दूत बताते हुये युवाओं को सख्त हिदायत देने लेगे। बोले पहले बीजेपी जिंदाबाद के नारे लगाओ फिर आपके मतलब की बात होगी। परेशान युवा भला क्या करते, पहले मेहनत करो, पढ़ाई में रात-दिन एक करो, फिर परीक्षा पास कर लो तो सरकार स्कैम के नाम पर उसे रद्द कर दे। मरते क्या न करते युवाओं ने बीजेपी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिये। सुनिये-
बीजेपी के प्रवक्ता ताल ठोककर युवाओं के सामने बोलने लगे कि सीएम ने मुझे भेजा है अपना प्रतिनिधि बनाकर मेरी सुनो कोई परीक्षा रद्द नहीं होने वाली। इसके बाद युवाओं की आवाज को मुखरता से उठाने वाले आपके अपने चैनल जयभारत टीवी ने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता से दो टूक सवाल किया कि आखिर अगर भर्ती परीक्षाएं रद्द नहीं हो रही तो ये बात खुद मुख्यमंत्री क्यों नहीं बोल रहे क्यों इस अति गंभीर और संवेदनशील मसले का जिम्मा बीजेपी प्रवक्ताओं को दे दिया गया। बहरहाल बीजेपी प्रवक्ता रविन्द्र जुगरान अपनी बातों से आंदोलनरत युवाओं को बीजेपी दफ्तर से वापस करने में कामयाब हो गये लेकिन युवाओं के मन में यही सवाल है कि अगर परीक्षाएं रद्द नहीं हुई हैं तो आखिर मुख्यमंत्री खुद क्यों नहीं ऐलान कर रहे, लिहाजा स्नातक परीक्षा के उर्त्तीण युवाओं ने फिर आंदोलन करने की ठान ली है और 29 अगस्त को वो मुख्यमंत्री आवास कूच करने जा रहे हैं।