Saturday, April 27, 2024
उत्तराखंड

प्रधानमंत्री मोदी से सीएम तीरथ की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों को लेकर हुई चर्चा

-आकांक्षा थापा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम से मानसून के मद्देनजर वैक्सीन का अतिरिक्त कोटा देने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री के साथ सीएम तीरथ की ये मुलाकात करीब आधे घंटे की थी… उत्तराखंड में हालात सामान्य होने पर सीएम तीरथ ने पीएम मोदी को बदरी-केदार डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लोकार्पण का न्यौता भी दिया। इसके साथ ही, उन्होंने राज्य को तीन डॉप्लर रडार की स्वीकृति देने पर आभार व्यक्त किया। मुलाकात में सीएम तीरथ ने प्रदेश के विकास कार्यों का ब्यौरा रखा….

बता दें की बीते मार्च माह में उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बनने के बाद से तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री मोदी से यह पहली मुलाकात है। दरअसल उनकी मुलाकात तो पहले ही हो जानी चाहिए थी, लेकिन सीएम के कोरोना संक्रमित होने की वजह से ये मुलाकात नहीं हो सकी थी। लम्बे समय से प्रतीक्षा के बाद आज सीएम की प्रधानमंत्री से मुकलाकत संभव हो पाई। इससे पहले बीते रविवार को कोविड निगेटिव रिपोर्ट न होने से सीएम की पीएम से मुलाकात टल गई थी। माना जा रहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री ने कोविड जांच कराई…रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से मुलाकात का निमंत्रण मिल गया।

आपको बता दें की इस भेट के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटी क्षेत्रों के लिए 10 छोटे डाप्लर रडार की मांग की। साथ ही प्रधानमंत्री से राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में ‘एम्स’ की स्थापना या ऋषिकेश एम्स की शाखा स्थापित करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर पहले ऋषिकेश और हल्द्वानी में जो डीआरडीओ के अस्पताल बने थे, उससे जनता को बहुत लाभ मिला। यही नहीं, उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि आज कोरोना महामारी से लड़ने के लिए राज्य को केंद्र से हर प्रकार की सहायता मिली। देश में 18 प्लस के सभी नागरिकों का कोरोना टीकाकरण मुफ्त करने और राज्य को ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री ने पीएम का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को आर्गेनिक स्टेट के रूप में विकसित करने के लिए पीएम से विशेष अनुदान देने की मांग की। उन्होंने पीएम से राज्य में हिमनद जल संसाधन शोध केंद्र स्थापित करने का अनुरोध किया। इसपर उन्होंने कहा की उत्तराखंड का पर्यावरण अत्यंत संवेदनशील है, इस वजह से संपूर्ण हिमालयी क्षेत्र में हिमनदों व जल स्रोतों के संरक्षण के अध्ययन होना आवश्यक है। मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को कंडाली की जैकेट भी भेंट की।

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