21 सालों से चल रहा परिसंपत्ति विवाद सुलझा, दोनों राज्यों में भाजपा सरकार को मिला फायदा
यूपी और उत्तराखण्ड के बीच चल रहा परिसंपत्ति विवाद आखिरकार सुलझा लिया गया है। उत्तराखण्ड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच लखनउ में हुई चंद मिनटों की बैठक में 21 साल पुराने इस विवाद का निपटारा कर लिया गया। इस बैठक में दोनों प्रदेशों के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखण्ड और यूपी के बीच परिसंपत्ति से जुड़े हर छोटे-बड़े समले को सुलझा लिया गया है। एक सर्वे टीम का गठन किया गया है जो संपत्तियों का सर्वे कर तय करेगी कि कहां कौन-कौन सी संपत्ति यूपी और उत्तराखण्ड के पास रहेगी।
2017 में यूपी और उत्तराखण्ड में भाजपा सरकार बनने के बाद उम्मीद जगी थी कि दोनों ओर एक ही पार्टी की सरकार होने के चलते परिसंपत्तियों का विवाद सुलझ जाएगा लेकिन दोनों सरकारें पांच साल का वक्त पूरा करने जा रही हैं मगर अभी तक मामला नहीं सुलझ पाये था। अब लखनउ में सीएम धामी और सीएम योगी के बीच हुई बैठक के बाद परिसंपत्ति विवाद को सुलझाया गया है। इसे चुनाव से पहले धामी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है।