हरिद्वार के हालातों से अंजान प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज गायब, कांग्रेस ने उठाये सवाल
एक कहावत है जब रोम जल रहा था तो नीरो बांसुरी बजा रहा था। इस खबर को देख लीजिए अर्थ खुद समझ आ जाएगा। बात हरिद्वार की हो रही है, जी हां वहीं हरिद्वार जो इन दिनों सुर्खियों में है, वैसे धर्म नगरी है गंगा का तीर्थ है हरिद्वार हमेशा सुर्खियों में रहता है। मगर इस बार इसलिये ज्यादा चर्चा है क्योंकि हरिद्वार है कहां वो तो पानी में डूब चुका है। बीते 7 दिनों से हरिद्वार का शायद ही कोई इलाका होगा जो जल मग्न न हुआ हो। हर ओर पानी और सिर्फ पानी। बूढे, बच्चे, बीमार, यात्री, स्थानीय लोग हर कोई परेशान है।
अब सवाल है कि सरकार कहां है, हालांकि सीएम पुष्कर सिंह धामी बीते दिन हरिद्वार पहुंचे थे। मगर सीएम से पहले एक और शख्स थे जिन्हें सरकार ने हरिद्वार का सर्वेसर्वा बनाया था। यानी प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज। वो गायब हैं। गायब मतलब हरिद्वार से गायब हैं वैसे सोशल मीडिया पर तो बने हुये हैं राष्ट्रीय नेताओं का हाल चाल जानते खूब दिखाई दे रहे हैं।
यही कारण है कि अब मंत्री सतपाल महाराज विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर आ गये हैं। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पर बड़ा बयान दिया जिसे सुनकर पानी में डूबे हरिद्वार के प्रभारी मंत्री शायद पानी पानी हो जाएं। करन माहरा का कहना है कि एक सतपाल महाराज के भाई है भोले महाराज वो लगातार जनता की सेवा कर कर रहे हैं और दूसरे उसी मां की कोख से पैदा हुये सतपाल महाराज हैं जो दुनिया को सेवा का प्रवचन देते हैं लेकिन खुद संकट की घड़ी में गायब हैं।
बात तो सोलह आने सच है, सतपाल महाराज हरिद्वार के प्रभारी मंत्री हैं पहला कर्तव्य उन्हीं का बनता था कि वे प्रभारी मंत्री के तौर पर हरिद्वार पहुंचते, पानी से सड़कें ध्वस्त हैं तो लोनिवि मंत्री की हैसीयत से आ जाते, हरिद्वार में कावड़ यात्रा चल रही है, चारधाम यात्रा गतिमान है धर्मस्व मंत्री के नाते यात्रा की व्यवस्था देखने आ जाते, उपर से सिंचाई मंत्री भी हैं, नहरें ध्वस्त हैं, बाढ़ सुरक्षा के इंतजाम गायब है इसी बहाने से चले आते। मगर अभी तक मंत्री सतपाल महाराज नहीं आये तो नहीं आये, हरिद्वार का इंतजार जारी है।