देहरादून की मित्र पुलिस को सलाम – जिनके पास है खाकी में रहमदिल अफसर “शेखर सुयाल “
ये सौ फीसदी सच है कि खाकी वर्दी की कड़क मिज़ाज़ी के बावजूद वर्दी के अंदर इंसान का एक मासूम और भावुक दिल होता है जिसमें समाज के लिए पीड़ा और हमदर्दी होती है ये वो फीलिंग्स है जो हमदर्द बनकर एक नयी रौशनी दिखाती है। ऐसे ही एक बेमिसाल उदाहरण बने हैं संवेदनशील और उत्तराखंड की मित्र पुलिस की पहचान को नया मुकाम देने वाले मुश्किल घड़ी में पहाड़ के युवाओं के लिए दानवीर बनकर सामने आये देहरादून के सीओ, सीओ सिटी शेखर सुयाल जिन्होंने बड़ी ख़ामोशी के साथ अपने जेब ए ख़ास से लोगों की रहने खाने की व्यवस्था कर उनकी मुश्किलें आसान कर दी हैं।
जब हम पुलिस का ज़िक्र भी करते हैं तो एक सिंहरण सी उठती है …. रौब रुआब अकड़ और हनक की ऐसी तस्वीर उभरती है जिसमें खाकी के पीछे की संवेदनशीलता नज़र ही नहीं आती है लेकिन शुक्रिया कोरोना का जिसने हमको और आपको वर्दी वाले भगवान् का असली चेहरा भी दिखाया है और उनके मानवसेवा भाव की कहानिया भी दिखाई और सुनाई हैं। उत्तराखंड में तो मित्र पुलिस के नाम से ही वर्दी को नवाज़ा गया है क्यूंकि पहाड़ में पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की लम्बी फेरहिस्त हैं जो इंसानियत के लिए अपने ड्यूटी से इतर भी सामाजिक ज़िम्दरियाँ निभाने के लिए जाने जाते हैं। कोरोना महामारी हो या डेंगू के खौफ का मंज़र …..
आपदा का दुखद वक़्त हो या तीज त्योहारों का शोर किसी भी विपरीत परिस्थितियों में उत्तराखंड पुलिस इंसानियत और सेवा भाव का नायब उदाहरण समाज को दिखाती रही है और ये परंपरा आज भी जारी है। इसी कामयाबी को आज एक बार फिर देहरादून के बेहद संवेदनशील और बेहतरीन पोलिसिंग के एक्सपर्ट माने जाने वाले अफसर की नेकदिली का ज़िक्र जय भारत टीवी कर रहा है जिसकी चर्चा सड़क से अफसरों के दफ्तर तक हो रही है। देहरादून के सी ओ सिटी शेखर सुयाल ….. मुस्कुराता विनम्र चेहरा और बेहद मिलनसार सीओ शेखर सुयाल ने परीक्षा देने गए पहाड़ के नौजवानों की मदद कर अपने रहमदिल इंसान होने का परिचय दिया है जी हां.. पिथौरागढ़ जिले से एनडीए की परीक्षा देने आए 30 युवाओं की उस मुश्किल घड़ी में मदद की शेखर सुयाल ने जब आसरा नहीं मिलने की वजह से युवाओं का हौसला टूटने लगा था।
आपको ये तो मालूम ही है कि कोरोना के कारण ज्यादातर होटलों को कोरोना सेंटर बनाया गया था वहीं कोरोना के कारण अन्य लोग भी इन युवाओं की मदद से कतरा रहे थे। ऐसे में इन युवाओं के लिएमसीहा बने देहरादून के सीओ सिटी सुयाल जिन्होंने स्टूडेंट्स के लिए रहने खाने की अच्छे से व्यवस्था कराई और उसपर आने वाले पूरे खर्च को भी खुद ही भुगतान किया। आपको जानकार ख़ुशी होगी कि सीमान्त जिले पिथौरागढ़ के लगभग 30 युवा इसी 5 सितम्बर को एनडीए की परीक्षा देने राजधानी दून आये थे । यूँ तो इन होनहार युवाओं को सपने में भी इल्म नहीं रहा होगा कि राजधानी में आते ही उन्हें रहने ठहरने खाने जैसी समस्याओं से जूझना पड़ेगा लेकिन हुआ एकदम यही ….. इस दौरान जैसे ही देहरादून के सीओ सिटी शेखर सुयाल को पता चला कि पहाड़ के युवा परेशान भटक रहे हैं उन्होंने खुद युवाओं से सम्पर्क किया और हौसला बढ़ाते हुए खुद अपने खर्चे से इन सभी युवाओं के रहने खाने की व्यवस्था भी करवाई। इतना ही नहीं शेखर ने बच्चों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं भी दी।
युवाओं की तुरंत मदद कर जो राहत शेखर सुताल ने इन युवाओं के दिल को पहुंचाई है उसकी तसल्ली के भाव सीओ सुयाल के मुस्कराहट में साफ़ नज़र आती है। आपको यहाँ बता दें कि सीओ शेखर सुयाल देहरादून से पहले पिथौरागढ़ जिले में भी सीओ सिटी के रूप में तैनात रह चुके हैं, इस दौरान भी उन्होंने कई युवाओं का मार्गदर्शन किया था।जय भारत टीवी ऐसे नेकदिल पुलिस अफसर की सेवाभाव को सलाम करता है