बचपन से हम यही सुनते और पढ़ते आएं है कि एक महीने में 30 दिन होते है, इसके साथ ही साधारण भाषा में एक माह को 4 सप्ताह भी कहा जाता है। इसी बात का फायदा टेलिकॉम कंपनिया उठा रही है। टेलिकॉम कंपनियां एक महीने के मोबाइल रिचार्ज में 28 दिनों की ही वैधता देती है। 28 दिनों को ही मंथली पैकेज बताया जाता है। ऐसे में आम जनता को भी यही लगता है कि पूरे महीने के पैकेज में सिर्फ 2 दिन ही तो कम है। ग्राहकों की माने तो उनकी समझ से वो 12 महीने का ही रिचार्ज करते है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता है। सच यह है कि ग्राहक 28 दिनों की वैधता के हिसाब से सालभर में 12 नहीं, बल्कि 13 महीनों का रिचार्ज कराते हैं। 12 महीने में दो दिनो को गिनो तो 24 दिन हो जाते हैं और इस 12 महीनों में कई महीने 31 के भी तो होते हैं। तो कुल मिलकर सालाना रिचार्ज के बदले एक महीनें और बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि 12 महीने को 13 महीने में बदलने का पूरा नुकसान मोबाइल यूजर्स को होता है वहीं भरपूर फायदा मोबाइल ऑपरेटर्स को। सालभर के इस मंथली रिचार्ज के चलते टेलिकॉम कंपनियां पूरे 13 महीनें का पैकेज के लेती है। हर एक यूजर एक महीने ज्यादा का मंथली चार्ज देगा तो टेलिकॉम कंपनियों को कितना फायदा होगा। कुल मिलकर सभी टेलिकॉम कंपनियों को अरबो का फायदा होता है