125 किलो सोने से जगमगाया तेलंगाना का लक्ष्मी नरसिंह मंदिर
1800 करोड़ रूपए की लागत से नवनिर्मित लक्ष्मी नरसिंह मंदिर का 28 मार्च को तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के द्वारा उद्घाटन और लोकार्पण किया गया। ‘महाकुम्भ संप्रोक्षण’ के मौके पर ही मंदिर का उद्घाटन किया गया था। जहां मुख्य गोपुरम यानि की मुख्या दरवाजे पर 125 किलो सोने जड़ा गया था। इनमें से 30 किलो सोना कारोबारियों और नेताओं ने दान के माध्यम से दिया था। इतना ही नहीं इस भव्य और विशाल मंदिर की सजावट में कई किलो सोने का इस्तेमाल हुआ। मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोलने से पहले बड़े स्तर पर धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ आदि किये गये । 11 अक्टूबर 2016 से मंदिर नवनिर्माण का कार्य जारी था। जहां इसे पुनर्निर्मित करने में 5 साल का लंबा समय लग गया। पहले ये एक पहाड़ी पर स्थित छोटा सा मंदिर हुआ करता था, वहीं अब मंदिर की रुपरेखा बेहद अलग हो गयी है। मंदिर बनाने के लिए अब तक 1800 करोड़ का लागत लग चुका है वहीं अभी कई और काम बाकी है। इस मंदिर की खास बात बता दें तो पिछले 100 वर्षों में कृष्णशिला (Black Granite Stone) से तैयार होने वाला ये पहला मंदिर शास्त्रों के हिसाब से निर्मित किया गया है। मंदिर के मुख्य वास्तुकार आनंद साई ने बताया कि मंदिर का भूतल क्षेत्र 11 एकड़ से बढ़ाकर 17 एकड़ कर दिया गया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है जिसका निर्माण पूरी तरह से पत्थर से किया गया है।