देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल ने एक बार फिर कमाल किया है। मेडिकल साइंस की दुर्लभ और चैलेंजिंग ट्रीटमेंट को सफल बनाने वाले मैक्स हॉस्पिटल ने एक और इतिहास रचा है , जिसमें एकमरीज़ का हार्टवाल्वबदलने में टेवीतकनीकी का इस्तेमाल किया गया है।वाल्वबेहद सख्त होने से मरीज़ के हार्टकीपम्पिंग बेहद कमज़ोर हो गयी थी जिसकी वजह से मरीज़ की हालत दिल प्रति दिन बिगड़ती जा रही थी। आम तौर पर ऐसे मामलो में सर्जरी ही की जाती है लेकिन इस अनोखे मामले में मरीज़ के फेफड़ों में पानी जमा होने और हार्टवीक होने से एक ही विकल्प डॉक्टरों के सामने था टैवी तकनीकी ….
जिससे इलाज मुमकिन था… एक्सपर्ट बताते हैं कि मरीज़ काहार्टकमज़ोर था लिहाज़ाओपन हार्ट सर्जरी मुमकिन नहीं था ऐसे में एक्सपर्ट ने टैवी तकनीकी का सफल इस्तेमाल किया …. इस सफल ट्रीटमेंट को करने वाले मैक्स हॉस्पिटल से जय भारत टीवी ने संपर्क किया तो हमारी मुलाकत हुयी डॉक्टर इरफ़ान याकूब से जिन्होंने पुरे केस स्टडी की जानकारी हमें दी।
जय भारत टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में सक्सेस केस के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि ये देहरादून में ऐसा दूसराकेस है हांलाकि ये केस थोड़ा रिस्की था लेकिन जोखिम लेना सफल हुआ और मरीज़ आज स्वस्थ और सुरक्षित है।
डॉक्टर्सकी टीम का दावा है कि येदुनिया का पहला ऐसा केस है जिसमें पहली बार टैवी तकनीक से मरीज़ के दिल में वाल्वइम्प्लांट किया गया है।क्योंकि ये बेहद जोखिम भरा ट्रीटमेंट था ऐसे मेंइतने गंभीर केस कीसफलता से मैक्स हॉस्पिटल आज बेहद संतुष्ट है।