ताजपोशी – किसी की होगी दीवाली रोशन – किसी के अरमानों का पटाखा होगा फ़ुस्स
कौन बनेगा मंत्री ? किसकी लगेगी लॉटरी ? …… इसी सवाल का जवाब लेने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली में पार्टी दिग्गजों से मुलाक़ात करेंगे। इसी के साथ कई संभावित विधायकों की धड़कने भी तेज़ हो गयी हैं। दीवाली किसकी रौशनी से भरपूर होगी और किसके अरमानों के पटाखे फ़ुस्स होने अब इसका पता जल्द चल जायेगा।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्यूंकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के दिल्ली दौरे को लेकर फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं सियासी हलकों में फिर जोर पकड़ने लगी हैं। ये अलग बात है कि मुख्यमंत्री के करीबी इस टूर को केंद्रीय नेताओं से राज्य से जुड़े विभिन्न लंबित योजनाओं से जुड़ा दौरा बता रहे है, लेकिन इस दौरान बहुत मुमकिन है कि सीएम त्रिवेंद्र गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलेंगे। अब ऐसे में जब दो साल से भी कम का समय सरकार के पास बचा है तो मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीदें एक बार फिर परवान चढ़ती नज़र आने लगी है।
अब आपको बता दें कि पहले भी भाजपा कोर कमेटी की बैठक में दो बार मंत्री मंडल विस्तार का मामला उठाया जा चुका है और प्रदेश पार्टी के सदस्य भी चाहते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द हो जाना चाहिए । इसके पहले भी सीएम त्रिवेंद्र साफ कर चुके हैं कि जब भी विस्तार करना होगा उसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से वो बात करेंगे। लम्बे समय के बाद कोविड काल में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह पहला दिल्ली दौरा है। ऐसे में विस्तार की चर्चाएं फिर से ज़ोर पकड़ने लगी है। मीडिया से बातचीत में सीएम त्रिवेंद्र ने बताया कि राज्य के विभिन्न योजनाओं पर चर्चा को लेकर केंद्रीय नेताओं से समय लिया है और इसी सिलसिले में वो दिल्ली जा रहे हैं।
यदि गृह मंत्री शाह से वक्त मिला तो उनसे भी जरूर मुलाकात करेंगे। पहले नवरात्रों में मंत्रिमंडल में रिक्त तीन पदों के भरे जाने की चर्चाएं थी, लेकिन अब यह आगे बढ़ता दिख रहा है। माना जा रहा है कि बिहार विधान सभा चुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। बहरहाल, सीएम के दिल्ली दौरे से दर्ज़न भर से ज्यादा विधायक भी अपने अपने आकाओं को टटोलने में जुट गए हैं। देखना होगा कि किस्मत किसके सर पर मंत्री का ताज पहनाएगी