पांच साल के बच्चे की किडनी में मिला स्टोन, देहरादून में क्यों बढ़ रहे हैं पथरी के मरीज?
देहरादून-खानपान की लापरवाही के चलते इन दिनों स्टोन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञ बताते हैं कि दक्षिण और पूर्वी भारत की अपेक्षा उत्तर भारतीय राज्यों में स्टोन के मरीज ज्यादा पाये जाते हैं। इसमें भी उत्तराखण्ड में स्टोन के मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों की अपेक्षा अधिक है। और जब बात उत्तराखण्ड की करें तो राजधानी देहरादून में स्टोन के मरीजों की संख्या रिकार्ड स्तर पर है। इसके पीछे लोगों की कम पानी पीने की आदत सबसे बड़ा कारण मानी जा रही है। कोई किडनी के स्टोन से परेशान है तो किसी के गॉलब्लेडर में स्टोन है। देहरादून में वयस्कों में स्टोन की समस्या तो देखी ही जा रही है मगर अब नन्हे बच्चों में भी स्टोन की शिकायतें सामने आने लगी हैं। बेहद चौंकाने वाली बात ये है कि 2 से 5 साल के बच्चों में भी स्टोन की शिकायत मिल रही है। देहरादून के एमके सर्जिकल हॉस्पिटल एंड यूरोलॉजी सेंटर में बच्चों को स्टोन होने के ऐसे ही मामले शामने आये हैं। जहां एक पांच साल के नन्हे बच्चे रूद्र की किडनी में स्टॉन डायगनोज किया गया है। जबकि इससे पहले एक ढाई साल की बच्ची की किडनी से स्टोन हटाया गया था।
एमके सर्जिकल हॉस्पिटल एंड यूरोलॉजी सेंटर के चेयरमैन और मशहूर यूरोलॉजिस्ट डॉ.मनोज कुमार गुप्ता ने वयस्कों के साथ ही नन्हे बच्चों में स्टोन की समस्या का सफल ऑपरेशन किया है।