हाथरस में अभी हंगामा चल ही रहा है की एक और भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड में महिला से सामूहिक बलात्कार की घटना से पहाड़ सन्न हो गया है। आपको बता दें की राजधानी देहरादून के बॉर्डर पर बसे सहसपुर में शनिवार देर रात एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म का चौकाने वाला मामला सामने आया है।
जैसे ही इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी आलाधिकारियों को हुयी अफरातफरी मच गयी और पुलिस ने तेज़ी से धरपकड़ करते हुए इस वारदात में शामिल बताये जा रहे तीन अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इस बीच पीड़ित महिला के बताए हुलिये के आधार पर स्थानीय पुलिस संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसके पहले की हंगामा और तेज़ होता वारदात सामने आते ही देर रात डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने सहसपुर थाने पहुंचकर पीड़ित महिला से मुलाक़ात की और पूरी घटना का ब्यौरा लिया।पुलिस की माने तो महिला का आरोप है कि वह देर शाम सेलाकुई और सहसपुर के बीच पुल के पास से गुजर रही थी। तभी एक युवक ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसी बीच दो अन्य युवक भी वहां आ गए, उन्होंने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। यानी ये वारदात सड़क के किनारे तब हुयी जब वह आवाजाही भी हो रही थी। घटना के बाद बदहवास ये महिला रात करीब नौ बजे सहसपुर थाने पहुंची और पूरी जानकारी दी …. मामले की गंभीरता को देखते हुए कुछ देर बाद ही डीआइजी जोशी भी सहसपुर थाने पहुच गए। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि दुष्कर्म के बाद आरोपितों ने काफी देर तक उसे रोके रखा। इसी वजह से वो थाने भी देर से पहुची। महिला के स्वजन भी देर रात थाने पहुंच गए थे।
डीआईजी ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और सहसपुर के कांग्रेसी नेता आज़ाद अली , देहरादून महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा अपने दर्जनों समर्थकों के साथ पीड़ित परिवार से मिले और इस शर्मनाक घटना की पूरी जानकारी ली।
पीड़िता को इन्साफ दिलाने और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस से सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे कांग्रेसी नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए महिलाओं की असुरक्षा का मुद्दा भी उठाया है हैं। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।