RTO में सीमित काम की अनुमति, बढ़ते कोरोना के आँकड़े बने फैसले की वज़ह
-आकांक्षा थापा
कोरोना की संक्रमण दर में तेजी को देखते हुए अब राज्य के सरकारी दफ्तरों में कामकाज सिमट रहा है… यही वजह है की कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए अब आरटीओ भी कोविड प्रोटोकॉल को गंभीरता से लेने लगा है… अब देहरादून आरटीओ कार्यालय में शुक्रवार यानी आज से केवल जरूरी कार्यों को ही किया जाएगा। जी हाँ, सिर्फ सिमित कार्य जैसे की लर्निंग लाइसेंस टेस्ट, व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस, नए वाहन का पंजीकरण, परमिट और प्रवर्तन से संबंधित कार्य ही होंगे। वहीँ दूसरी और वाहन ट्रांसफर समेत ड्राइविंग लाइसेंस में संशोधन जैसे कार्यों पर रोक लगा दी गई है। आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने बताया कि लर्निंग लाइसेंस में जिन आवेदकों के स्लॉट बुक हैं, सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों को कार्यालय में प्रवेश करने दिया जाएगा।
प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आरटीओ में काम की गति पर एक बार फिर से ब्रेक लग गया है। बता दें की कुछ समय पहले कोरोना संक्रमण कम होने पर 17 मार्च को ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के स्लॉट बढ़ाए गए थे, मगर अब दिन-प्रतिदिन कोरोना से बढ़ते मामलों के कारण बाकी कार्यों को सीमित या कुछ पर रोक लगा दी गई है।
आरटीओ पठोई ने बताया कि कार्यों में जुट रही भीड़ की समीक्षा की जा रही है। अगर जरूरत हुई तो अगले सप्ताह से सभी कार्यों की दैनिक संख्या भी सीमित कर दी जाएगी। पिछले साल भी जब कोरोना लॉकडाउन के बाद सरकारी कार्यालय खुले तो आरटीओ में सीमित संख्या के संग आमजन को प्रवेश की मंजूरी दी गई थी। इस दौरान, हर काम के लिए हर दिन 20 स्लॉट तय थे। बाद में जब कोराना का संक्रमण थोड़ा नियंत्रण में आ गया, तब काम की संख्या बढ गई और पहले की तरह कामकाज फिर से सामान्य हो गया था… लेकिन वापस से कोरोना संक्रमण को बेकाबू होता देख आरटीओ में भी खतरा बढ़ गया है, भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही और आरटीओ में सुबह से शाम तक आमजन की लाइन लगी रहती है। इस दौरान न तो शारीरिक दूरी मुनासिब हो रही है, न ही दफ्तर सैनिटाइज हो पा रहा है। इसीलिए संक्रमण के खतरे को देख आरटीओ ने अब आमजन के असीमित प्रवेश पर फिर पाबंदी की तैयारी कर ली है। फ़िलहाल यहां रोजाना 125 लर्निंग लाइसेंस का टेस्ट लिया जा रहा और परमानेंट लाइसेंस का टेस्ट झाझरा आईडीटीआर में चल रहा और वहां संख्या 140 है…