भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ निर्णायक भूमिका निभाने वाले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नाम का लंदन की स्क्वायर वाटरलेमन कंपनी ने 21वीं सेंचुरी आइकन अवॉर्ड के लिये अंतिम सूची में चयन किया है। उन्हें यह पुरस्कार 10 दिसंबर को दिया जाएगा। हालांकि राकेश टिकैत ने इस पुरस्कार के लिये हामी भर दी है मगर उन्होंने कहा कि वह फिलहाल अवार्ड लेने लंदन नहीं जा रहे हैं वह इस अवार्ड को तब स्वीकार करेंगे जब भारतीय किसानों की लंबित मांगे भी सरकार मान लेगी। आपको बता दें कि आपको बता दें कि भारत में राकेश टिकैत ने 26 नवंबर, 2020 में किसानों के साथ मिलकर कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन शुरू किया था। लेकिन इसके बाद 26 जनवरी 2021 की घटना के बाद जब आंदोलन लगभग दम तोड़ने लगा तो उनकी भावुक अपील के बाद किसान एक बार फिर एकजुट हो गए। किसानों को प्रभावी नेतृत्व देने में राकेश टिकैत ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
भारत सरकार को भी उनकी काबिलियत का अंदाजा हो गया था जिसके बाद भारत के प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। लंदन में 10 दिसंबर को स्क्वेयरड वाटरमेलन कंपनी द्वारा विजेताओं की घोषणा की जाएगी जिनमे से एक भारतीय राकेश टिकैत भी होंगें। लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को जीवित रखने के लिए राकेश टिकैत का 21वीं सदी के आइकॉन अवार्ड के लिए चयन किया गया है। इससे पहले भी स्क्वायर वाटरमेलन कंपनी ने कई भारतीयों को इस पुरस्कार से नवाजा है। जिसमें भारतीय गायक सोनू निगम, शंकर महादेवन, फैशन के लिए राघवेंद्र राठौर और तकनीकी क्षेत्र के लिए धीरज मुखर्जी को कंपनी द्वारा यह पुरस्कार दिया जा चुका है।