रेल रोको आंदोलन के तहत रेलवे ट्रैक पर उतरे किसान, कृषि कानूनों के खिलाफ दिया धरना
-आकांक्षा थापा
कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए देश के किसान लगातार कोशिशों में जुटे हुए हैं। दिल्ली से लेकर पूरे देश में किसान “रेल रोको आंदोलन” कर रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड में भी किसानों द्वारा जगह-जगह रेल का चक्का जाम किया गया। तीन कृषि कानून के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय नेता राकेश टिकैत के आह्वान पर, भारतीय किसान यूनियन, उत्तराखंड किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान यूनियन और किसान कामगार मोर्चा ने एक जुट होकर रुड़की रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया।
आंदोलन के दौरान पुलिस भी तैनात की गई थी, किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हो गई थी। पुलिस अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने। बल्कि, इसके बाद प्लेटफार्म नंबर 1 के रेलवे ट्रैक पर उन्होंने धरना दिया। इस दौरान किसानों ने सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की।
इस विषय में उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है…. पूरा देश तीनो कृषि कानून के विरोध में है, इसके बावजूद सरकार कानून वापस नहीं ले रही है। सरकार को चाहिए कि तत्काल कानून वापस ले। वहीँ, इस मामले में भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी का कहना है कि किसान अब किसी भी सूरत में कदम वापस नहीं खींचेंगे। सरकार को यह कानून वापस लेना होगा। रुड़की रेलवे स्टेशन पर हुए रेल रोको आंदोलन के दौरान किसान मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह भाटी, रवि चौधरी, कार सिंह आदि मौजूद रहे। किसानों ने करीब घंटा भर रेलवे ट्रैक पर धरना दिया, उसके बाद किसानों ने नायब तहसीलदार को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन दिया।