सिलक्यारा टनल में ऑपरेशन जिंदगी सफल, 16 दिन बार सकुशल बाहर निकल रहे हैं 41 मजूदर
16 दिनों से सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूर जीत गये, जी हां उनके जज्बे की जीत हुई, उनका धैर्य जीत गया। जिंदगी और मौत की इस लड़ाई में जिंदगी जीत गई और अनहोनी ने घुटने टेक दिये। 16 दिनों तक रैस्क्यू टीम लड़ती रही और आज आखिरकार हमारे जाबांज रैस्क्यू टीम के सदस्यों ने कमाल कर दिया। एक वक्त ऐसा आया जब हमारी टैक्नॉलॉजी ने हार मान ली मगर हमारे जाबांज और कुसल कामगारों ने हाथों से मौत बनकर खड़ी चट्टान का सीना चीर डाला और मजदूरों को बचा लिया।
अब किसी भी वक्त टनल से निकालकर सभी मजदूरों को एहतियातन टनल में अस्थाई स्वास्थ्य सुविधाओं में रखा जाएगा। जैसे ही ये खबर बाहर आई पूरा देश खुशी से झूम उठा। जो लोग टनल के बाहर मौजूद थे वो खुशी से झूम उठे। मजदूरों के परिजनों की झोली एक झटके में खुशी से भर गई। हर किसी के आंखों में खुशी के आंसू थे।
दीपावली का दिन था 12 नवंबर। देश खुशी मना रहा था लेकिन हमारे 41 मजदूर मौत के मुहाने पर खड़े हो गये। अंधेरी टनल में मलबा आने से वो फंस गये। रेस्क्यू ऑपरेशन तत्काल शुरू हुआ मगर जैसे जैसे वक्त बढ़ता गया रैस्क्यू में भी दिक्कतें आने लगी। मगर आज आखिरकार सभी 41 मजदूर सकुशल बाहर निकल आये।