राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस 2021 : जानिए आज के दिन का महत्व
आज पूरी धरती के लिए प्रदूषण एक गंभीर समस्या का विषय हैं। विकसित, विकासशील और अविकसित तीनों प्रकार के देश आज भी प्रदूषण से प्रभावित हैं। चीन भारत समेत कई देशों के बड़े-बड़े शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है। दुःखद बात यह है कि अब लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। प्रदूषण की इतनी बढ़ोतरी सिर्फ इंसानो के क्रियाकलापों के कारण ही हुई है इसके लिए प्रकृति को दोषी नहीं बताया जा सकता । मानव अपनी सुविधाओं के चलते प्रकृति के साथ खिलवाड़ ही तो कर रहा हैं जैसे कारखाने, बड़े बड़े मिल, त्योहारों में पटाखे इस सभी के कारण आज हवा की गुणवत्ता ही बेहद ख़राब हो रही हैं।
चलिए जान लेते हैं कि राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस क्यों मनाया जाता हैं। .. आपको बता दें कि राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है। दरअसल, 2 दिसंबर, 1984 को एमपी की राजधानी भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड कंपनी से एलआईसी या मिक गैस का रिसाव हुआ था। 2-3 दिसंबर की रात भोपाल गैस त्रासदी हुई थी। जिसकी चपेट में आकर हजारों लोगों ने अपनी जान से हाथ धो दिए थे। रिपोटर्स के मुताबिक उस गैस त्रासदी में जहरीली गैस के रिसाव के कारण पांच लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हर साल 2 दिसंबर को ही भारत में उन सभी लोगों के सम्मान और याद में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही इसका मकसद पानी, हवा, मिट्टी के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण को भी फैलने से रोकना है। इसका उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है ताकी प्रदूषण पर रोक-थाम लग सकें।