राष्ट्रीय गणित दिवस 2021 : जानिए कौन हैं ‘द मैन हू न्यू इनफिनिटी’
भारत में 2012 से हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इस दिन को गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के सम्मान और याद में मनाते है। दरअसल श्रीनिवास रामानुजन का जन्म साल 1887 में हुआ था। जिस वक्त भारत में ब्रिटिश राज था। महज 13 साल की उम्र में रामानुजन ने ट्रिग्नोमेट्री में मास्टरी हासिल कर ली थी। इसलिये उन्हें आज भी ‘द मैन हू न्यू इनफिनिटी’ यानि जिसे अनंत के बारे में भरपूर ज्ञान हो, कहा जाता है। रामानुजन ने कुंभकोणम के सरकारी कॉलेज में पढ़ाई की थी। हैरानी की बात यह थी कि गणित के अलावा बाकी के विषयों में उनकी रुचि न होने से वह 12वीं में गणित को छोडकर स्कूल की सभी परीक्षाओं में फेल हो गए थे….लेकिन जिस स्कूल में रामानुजन 12वीं में दो बार फेल हुए उसका नाम आज रामानुजन के नाम पर रखा हुआ है।
रामानुजन का बेहद ही कम उम्र (33 वर्ष) में टीबी रोग से ग्रस्त होने के कारण 26 अप्रैल 1920 को निधन हो गया था। मरणोपरांत 26 फरवरी 2012 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा भारतीय गणितीय प्रतिभा रामानुजन के लिए इस दिन की घोषणा की गई थी। जिसके बाद 2015 में रिलीज हुई एक फिल्म ‘द मैन हू न्यू इनफिनिटी’ श्रीनिवास रामानुजन की जीवनी पर आधारित रही। बता दें कि बचपन से ही होशियार रामानुजन को 11 साल की उम्र में ही गणित विषय में प्रतीभा वाले बच्चे के रूप में पहचान मिल गई थी। 11 साल की उम्र में रामानुजन कॉलेज स्तर के प्रश्न् हल कर लेते थे। इसके अलावा मैथेमेटिकल अनालिसिस, नंबर थ्योनरी, इंफिनिट सीरीज और कंटीन्यूऐड फ्रैक्शन भी रामानुजन की ही देन हैं। आज उनके इस योगदान को उनके जन्मदिन की 134वें वर्षगांठ के रूप में याद रखा जायेगा ..