जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में एलओसी के पास सेना के मेजर रघुनाथ अहलावत शहीद हो गये हैं। मेजर रघुनाथ अहलावत उरी में घुसपैठ रोधी अभियान का नेतृत्व कर रहे थे। इस दौरान एक खड़ी चट्टान से फिसलकर गिर जाने से उनकी मौत हो गई। दिल्ली के रहने वाले 34 वर्षीय मेजर रघुनाथ अहलावत गुरुवार को उरी सेक्टर में एक विश्वसनीय खुफिया इनपुट के आधार पर घुसपैठ रोधी अभियान के लिए अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे। इस दौरान वे एक खड़ी चट्टान से होते हुए एक मार्ग की टोही कर रहे थे। तभी खराब मौसम के कारण बदली परिस्थितियों में उनका पांव फिसल गया और वो 60 मीटर गहरे खड्ड जा गिरे। जानकारी के मुताबिक नजदीकी सेना के अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। मेजर अहलावत 2012 में सेना में शामिल हुए थे। वो 3 पैरा रेजिमेंट के बहादुर सैन्य अधिकारी थी। वह नई दिल्ली के द्वारका के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और माता-पिता हैं।
सेना ने दिवंगत मेजर रघुनाथ अहलावत को श्रद्धांजलि दी है। दिवंगत मेजर रघुनाथ अहलावत के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थान लाया गया है। सेना ने अपने आधिकारिक बियान में कहा कि दुख की इस घड़ी में सेना शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है और उनकी गरिमा और भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की सुरक्षा के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद मेजर रघुनाथ अहलावत को जय भारत टीवी सलाम करता है और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।