उत्तराखंड के नए राजयपाल बने लेफ्टनंट जनरल गुरमीत सिंह, सीएम धामी ने दी बधाइयाँ
-आकांक्षा थापा
उत्तराखंड को नया राज्यपाल मिल गया है, जी हाँ, रिटायर्ड लेफ्टनंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का नया राजपाल बनाया गया है… बेबी रानी मौर्य के बाद राज्यपाल का पद खाली था… देश के राष्ट्रपति द्वारा कल शाम कई प्रदेशों के राज्यपाल नियुक्त किये गए।
इन राज्यों को भी मिला नया राज्यपाल……..
- तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया
- नागालैंड के राज्यपाल आरएन रवि को तमिलनाडु का राज्यपाल बनाया गया
- असम के राज्यपाल जगदीश मुखी को नागालैंड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लेफ्टनंट जनरल गुरमीत सिंह को दी बधाई-
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जी को उत्तराखण्ड का राज्यपाल नियुक्त होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।@LtGenGurmit pic.twitter.com/6x7pij4BYw
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 9, 2021
कौन है लेफ्टनंट जनरल गुरमीत सिंह….?
लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह मशहूर डिफेंस एक्सपर्ट हैं. वो रक्षा और विदेश नीति से संबंधित टीवी डिबेट शो में हिस्सा लेते रहे हैं. साथ ही कई पत्र-पत्रिकाओं के जरिए भी रक्षा और सामरिक मुद्दों पर अपनी राय रखते रहे हैं.. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह भारतीय सेना में कई पदों पर रहे हैं. सिंह पूर्व डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, श्रीनगर में कॉर्प्स कमांडर, डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन यानी डीजीएमओ जैसे अहम पदों पर रहे हैं. विधानसभा चुनाव के ठीक पहले एक शीर्ष आर्मी ऑफिसर को उत्तराखंड जैसे सैन्य प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने के कई मायने निकाले जा रहे हैं. चीन मामलों पर उन्हें जानकार विशेषज्ञ माना जाता है.
सोशल मीडिया में खासे सक्रिय हैं नए राज्यपाल
उत्तराखंड के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहते हैं. अकेले ट्वीटर पर उन्हें तकरीबन 40000 लोग फॉलो करते हैं. लेफ्टिनेंट सिंह कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय ट्वीटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बेबाकी से रखते हैं.
चीन मामलों के विशेषज्ञ हैं जनरल सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह भारतीय सेना में चार दशक की सर्विस के बाद साल 2016 में रिटायर हुए. भारतीय सेना में रहते हुए उनकी बेहतरीन सेवा के लिए उन्हें चार बार राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया. जिसमें दो गैलेंट्री और दो चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवॉर्ड शामिल हैं. उन्हें चीन मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है. भारत-चीन संबंधों पर ही जनरल सिंह चेन्नई और इंदौर यूनिवर्सिटी से एमफिल कर चुके हैं. चीन के सामने भारत का रक्षा संबंधी पक्ष रखने के लिए जनरल सिंह सात बार चीन की यात्रा कर चुके हैं…