प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम को 13वें ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित किया। इसमें सभी ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्ष वर्चुअली जुड़े। प्रधानमंत्री ने इसमें संसाधनों के साझा इस्तेमाल पर जोर दिया। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही। भारत इस बार सम्मेलन का आयोजक है और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी अध्यक्षता की। समिट में ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सेनारो, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीक का राष्ट्रपति रामाफोसा शामिल हुए।
इस बार समिट की थीम ‘ब्रिक्स@15: इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कॉन्सोलिडेशन एंड कॉन्सेंसस’ रखी गई है। इसमें मोदी ने कहा- भारत की अध्यक्षता के दौरान हमें सभी ब्रिक्स पार्टनर्स से भरपूर सहयोग मिला है। इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आज हम विश्व की प्रभावकारी आवाज है। विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान देने के लिए ये मंच उपयोगी हो रहा है।
अगले 15 साल के लिए ब्रिक्स का रोल अहम हो
मोदी ने कहा कि ब्रिक्स ने न्यू डेवलपमेंट बैंक, एनर्जी रिसर्च कॉरपोरेशन जैसे प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं। गर्व करने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है। यह भी जरूरी है कि हम आत्मसंतुष्ट ना हों। हमें ये निश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 सालों के लिए उपयोगी हो। प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स समिट की अध्यक्षता कर रहे हैं। इससे पहले वे 2016 में गोवा में हुई ब्रिक्स समिट की अध्यक्षता कर चुके हैं।
साझा व्यापार और आतंकवाद से मिलकर मुकाबला
हमने ब्रिक्स काउंटर टेररिज्म प्लान एग्जिक्यूट किया है। हमने समझौते से सहयोग का नया अध्याय शुरू किया है। इससे इंट्रा ब्रिक्स व्यापार आसान होगा, वैक्सीनेशन रिसर्च सेंटर भी बनेगा। इन कदमों से न सिर्फ हमारी जनता को फायदा मिलेगा, बल्कि ब्रिक्स की भूमिका भी बनी रहेगी। ये बैठक ब्रिक्स को भविष्य में और उपयोगी बनाने के लिए काम आएगी।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा- फ्यूचर के लिए साथ काम करेंगे
चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग ने कहा- ये ब्रिक्स की 15वीं एनिवर्सरी है। पिछले 15 साल में हमने राजनीतिक विश्वास बढ़ाया है और कूटनीतिक बातचीत को बढ़ावा दिया है। हमने एक-दूसरे से बातचीत का मजबूत रास्ता निकाला। हमने कई क्षेत्रों में प्रगति की है। हम अपने साझा विकास की यात्रा साथ-साथ कर रहे हैं। इस साल की शुरुआत से हमारे सहयोगी देश महामारी से उबरने की कोशिश कर रेह हैं और कई क्षेत्रों में हमने प्रगति भी की है।
जिनपिंग ने कहा- ब्रिक्स के फ्यूचर के लिए हम मिलकर काम करेंगे। हम अपनी चुनौतियों से निपटने के लिए साझा संसाधनों के आधार पर रणनीति बनाएंगे। ब्रिक्स के भविष्य को मजबूत करेंगे।