Tuesday, September 26, 2023
Home अंतरराष्ट्रीय JOE BIDEN - अमेरिकन सनसनी जो बाइडेन खोज रहे हैं भारत में एक...

JOE BIDEN – अमेरिकन सनसनी जो बाइडेन खोज रहे हैं भारत में एक ब्रिटिश खानदान  

दुनिया की महाशक्ति अमेरिका का महानायक कौन होगा ये तस्वीर साफ़ है ऐसे में अब दुनियाभर की नज़र जो बाइडन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की है ….

अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव में कांटे की टक्‍कर के बीच डेमोक्रेट‍िक उम्‍मीदवार जो बाइडन अपने प्रतिद्वंद्वी व रिपब्लिकन प्रत्‍याशी डोनाल्‍ड ट्रंप से काफी आगे निकल चुके हैं  ऐसे में एक स्वाभाविक जिज्ञासा सबके मन में बढ़ने लगी है कि आखिर जो बाइडन हैं कौन ? उनका राजनीतिक करियर कैसा रहा है? भारत से आखिर उनका क्या कनेक्‍शन है? तो चलिए जय भारत टीवी आपको बता रहा है जो बाइडन की ज़िंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से 

78 साल के जो बाइडेन साल 1972 में पहली बार डेवावेयर से सीनेट के लिए निर्वाचित हुए। अब तक वह छह बार सीनेटर रह चुके हैं। बाइडन ने बराक ओबामा के राष्‍ट्रपति रहते अमेरिका के 47वें उप राष्‍ट्रपति का पद संभाला था। इस चुनाव में उन्‍होंने ओबामा को पॉपुलर वोट में रिकॉर्ड मतों से पीछे छोड़ दिया था।

जो बाइडन अमेरिका के इतिहास में पांचवें सबसे युवा सीनेटर थे। दुनियाभर में आज तेज़ी से लोकप्रियता बटोर रहे बाइडन की ज़िंदगी का बीता कल बेहद तकलीफ भरा रहा है ….. साल 1972 में एक कार दुर्घटना में बाइडन की पहली पत्‍नी और बेटी की दर्दनाक मौत हो गई थी। अभी वो इस दुःख को  झेल भी नहीं पाए थे कि 2015 में उनके बेटे की ब्रेन कैंसर से मौत हो गयी 

इन घटनाओं ने उनके जीवन को पूरी तरह से झकझोर दिया था  ऐसे में इस मुसीबत का सीधा असर उनके जीवन और सोच पर भी पड़ा। यही वजह रही कि राष्‍ट्रपति चुनाव में बाइडन ने स्‍वास्‍थ्‍य योजनाओं को खास प्राथमिकता दी है। और हेल्थ पालिसी को उन्‍होंने अपना अहम चुनावी एजेंडा बनाया। 

अमेरिकी सियासत में जो बाइडन के नाम से मशहूर बाइडन का पूरा नाम बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसल, जो बाइडन का पूरा नाम जोसेफ रॉबिनेट बाइडन जूनियर है। बाइडन का जन्‍म अमेरिका के पेंसिलवेनिया राज्‍य के स्‍कैंटन में हुआ था। बचपन में ही जो बाइडेन डेलवेयर शिफ्ट हो गए थे।बाइडन ने डेलावेयर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद सिरैक्यूजयूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जो बाइडन बचपन में हकलाते थे, जिससे उनका लोग काफी मजाक उड़ाया करते थे। उन्हें ‘डैश’ नाम से पुकारा करते थे।

आपको यकीन नहीं होगा लेकिन ये भी संयोग था कि साल 1988 में बाइडन की हालत इतनी खराब हो गई थी कि उनके अंतिम संस्कार के लिए पादरी तक को बुला लिया गया था लेकिन वो स्वस्थ हो गए … यहाँ आपको बता दें कि बाइडन हफ्ते में पांच दिन वर्कआउट करते हैं। उनके डॉक्टर के मुताबिक, बाइडन अमेरिकी राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने को फिट हैं। हालांकि, वह पहले इंट्राक्रैनियल हैमरेज से जूझ चुके हैं। ख़ास बात ये भी है कि बाइडन शराब या सिगरेट से हमेशा दूर रहते हैं 

अब आपको बताते हैं कि हिंदुस्तान से जो बाइडेन का क्या रिश्ता रहा है ….. डेमोक्रेटिक उम्‍मीदवार बाइडन साल  2013 में बतौर उपराष्ट्रपति भारत आए थे। तब उन्होंने मुंबई में एक भाषण के दौरान अपने भारतीय कनेक्‍शन को उजागर किया था। बाइडन ने तब कहा था कि वर्ष 1972 में जब वह पहली बार सीनेट के सदस्य बने थे, तो उन्हें मुंबई से एक बाइडन का पत्र मिला था। मुंबई वाले बाइडन ने उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही हैं। उस खत में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे।

बाइडेन ने उम्मीद जताई थी कि हो सकता है कि उनके पूर्वज ने  भारतीय महिला से शादी की हो जिसके परिवार के लोग अभी भी वहां हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मुंबई में तब बाइडन सरनेम के पांच लोग थे, जिनके बारे में एक पत्रकार ने उन्हें जानकारी दी थी। तब बाइडन ने यह चुटकी भी ली थी कि वह भारत में भी चुनाव लड़ सकते हैं…… यानि अगली बार जब जो बाइडेन भारत आएंगे तो उनके मुंह से उनके भारतीय कनेक्शन का ज़िक्र आप ज़रूर सुनेंगे।  

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

10 अक्टूबर से थम जाएंगे उत्तराखंड रोडवेज के पहिए, कल से होने वाली हड़ताल फिलहाल वापस हुई

विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी अब 10 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस दौरान राज्य में समस्त रोडवेज बसों का संचालन...

भारतीय वॉलीबॉल टीम की जीत पर क्यों ट्रोल हुये उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार

एशियन गेम्स में भारतीय वॉलीबॉल टीम के क्वाटर फाइनल में पहुंचने पर उत्तराखड के डीजीपी अशोक कुमार ने खिलाड़ियों को बधाई दी थी और...

आ रही है कोरोना वायरस से भी भयावह महामारी, डब्ल्यूएचओ ने डिसीज एक्स का दिया नाम

कोरोना के महा प्रकोप से अभी दुनिया उबर ही पाई थी कि एक और महामारी दस्तक देने जा रही है। जी हां ये महामारी...

लंदन पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी, आज और कल निवेशकों के साथ कई बैठकें और रोड शो

वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये सीएम पुष्कर सिंह धामी लंदन पहुंच गये हैं। लंदन पहुंचने पर सीएम धामी का भव्य स्वागत...

अक्टूबर में उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे गृह मंत्री अमित शाह, पुलिस साइंस कांग्रेस में करेंगे शिरकत

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस (AIPSC) का आयोजन उत्तराखंड पुलिस की ओर से वन अनुसंधान संस्थान में सात आठ अक्टूबर को किया जाएगा।...

निवेश के लिये सरकार की लंबी उड़ान, आज लंदन रवाना होंगे सीएम धामी

वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले दुनिया की दिग्गज कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार का प्रतिनिधिमंडल सीएम...

एशियन गेम्स 2023, देश की झोली में आया पहला गोल्ड, 6 पदक के साथ भारत का शानदार आगाज

चाइना में एशियन गेम्स 2023 की शुरूआत हो गई है। और अब तक 6 पदक अपने नाम कर लिये हैं। पहले दिन भारत ने...

कोरोना ऑरियर्स का सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिये हवन

समायोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे कोरोना वॉरियर्स ने आज देहरादून में सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिये हवन का आयोजन किया।...

राज्य आंदोलनकारियों के आरक्षण का मसला फिर उलझा, प्रवर समिति का बढ़ाया गया कार्यकाल

राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को राजकीय सेवाओं में आरक्षण बिल पर गठित प्रवर समिति का कार्यकाल एक माह बढ़ा दिया गया है। समिति...

जब अचानक बदल गई फूड डिलीवरी बॉय किस्मत, 48 घंटे में वर्ल्ड कप की टीम में हो गया शामिल

किस्मत जब साथ दे दे तो इंसान फर्श से अर्श तक कब पहुंच जाए कोई नहीं जानता। ऐसा ही कुछ चेन्नई में एक फूड...