Tuesday, April 30, 2024
अंतरराष्ट्रीय

चंद्रमा के बाद अब मिशन सूर्य, आदित्य एल 1 की लॉन्चिंग की तैयार इसरो

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद, इसरो सूर्य के अध्ययन के लिए तैयार है. भारत की पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला ’आदित्य-एल1’ को 2 सितंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा. इसरो ने इस कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। इस अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना यानी सूर्य की सबसे बाहरी परतों) के दूरस्थ अवलोकन और सूर्य पृथ्वी के बीच एल1 बिंदु पर सौर वायु की यथास्थिति अवलोकन के लिए तैयार किया गया है. एल1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है. सूर्य का अध्ययन करने वाली इस पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला को पीएसएलवी-सी57 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा. आदित्य-एल1 मिशन का लक्ष्य एल1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है. ये अंतरिक्ष यान सात पेलोड लेकर जाएगा, जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर, क्रोमोस्फेयर और सूर्य की सबसे बाहरी परत यानी (कोरोना) का गहन अध्ययन करेगा।
आपको ये जानकार खुशी होगी कि चंद्रयान मिशन की तरह ही आदित्य एल1 मिशन भी पूरी तरह से स्वदेशी है और पहली बार भारत सूर्य जैसे मिशन पर अपनी खुद की तकनीक और संसाधनों से उडान भरने जा रहा है। अगर ये मिशन कामयाब रहता है तो भारत स्पेस साइंस की दुनिया में बैक टू बैक दो बड़े मिशन सफलतापूर्वक स्थापित करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।

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