देहरादून में खुला देश का पहला क्रिप्टोगैमिक उद्यान, जानिए इसकी खासियतें…
-आकांक्षा थापा
उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, देहरादून जिले के चकराता में देश का पहला क्रिप्टोगैमिक गार्डन तैयार किया गया है। ख़ास बात यह है की यहां आपको क्रिप्टोगैम पादपों की 76 प्रजातियां एक ही स्थान पर देखने को मिल जाएंगी, जो वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाती हैं। वहीँ, इनमें से कुछ प्रजातियां औषधीय महत्व से भी परिपूर्ण हैं। इस क्रिप्टोगैमिक उद्यान बनने के बाद से पादपों की विभिन्न प्रजातियों के दीदार के लिए अब आप उत्तराखंड का रुख करें।
आपको बता दें, देश का यह पहला क्रिप्टोगैमिक गार्डन चकराता के देवबन इलाके में स्थित है, रविवार को गार्डन का उद्घाटन किया गया। यह गार्डन चकराता वन प्रभाग के अंतर्गतअत आता है, और इसे वन अनुसंधान केंद्र हल्द्वानी ने तैयार किया है। वहीँ, समुद्र तल से करीब 2700 मीटर की ऊंचाई पर तीन एकड़ क्षेत्र में फैले इस गार्डन को महज छह लाख रुपये में तैयार किया गया है। साथ ही, देवबन इलाके में देवदार और ओक के प्राचीन जंगल हैं। प्रदूषण मुक्त क्षेत्र होने के कारण यह क्षेत्र क्रिप्टोगैम के विकास के लिए मुफीद है…
मुख्य वन संरक्षक, संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि यहां 9000 फुट की ऊंचाई पर ‘क्रिप्टोगैमिक’ पौधों की करीब 50 प्रजातियां उगाई गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उद्यान के लिए देवबन में तीन एकड़ से ज्यादा भूमि को प्रदूषण स्तर कम होने तथा नम दशाओं के कारण चुना जो इन प्रजातियों के पौधों के उगने में सहायक हैं।’’ देवबन में देवदार और शाहबलूत वृक्षों घने जंगल हैं जो ‘क्रिप्टोगैमिक’ या पुष्पहीन प्रजातियों के उगने के लिए प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराते हैं।
उन्होंने बताया कि शैवाल, मॉस, लाइकेन, फर्न और कवक जैसे ‘क्रिप्टोगैम’ को उगने के लिए नम दशाओं की जरूरत होती है।