देश में सबसे ऊंचाई पर बने गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के कपाट सोमवार दोपहर डेढ़ बजे बंद हो गए हैं। इन दिनों वहां भारी बर्फबारी हो रही है। इसके लिए गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने सभी तैयारियां कर ली थी। कपाट बंद होने के दौरान वहां हजारों सिख तीर्थयात्री मौजूद रहे। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रकिया सुबह दस बजे शुरू हो गयी थी। सबसे पहले सुखमणि साहिब का पाठ किया गया। इसके बाद 11 बजे से शबद-कीर्तन किया गया। दोपहर साढ़े 12 बजे वर्ष की अंतिम अरदास और एक बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुक्मनामा किया गया। पांच मिनट पर पवित्र गुरुग्रंथ साहिब पंच प्यारों की अगुवाई में दरबार साहिब से गर्भ गृह सतखंड में लाया गया। इसके बाद डेढ़ बजे हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खोले गए थे। कपाट खुलने के बाद से अबतक दो लाख 19 हजार सिख तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर मत्था टेक चुके हैं।