Friday, October 11, 2024
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MAHA KUMBH  पर Corona का असर …. सीमित दायरे में पास से मिलेगी ENTRY 

MAHA KUMBH पर Corona का असर ….  पास से मिलेगी ENTRY 

 

देश और प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकारों को बैकफुट पर ला दिया है …. अब इसी से जुडी बहुत बड़ी खबर देवभूमि से आयी है ……  हिन्दू  आस्था और पौराणिक मान्यताओं के सबसे बड़े मानव समागम के पर्व महाकुम्भ पर भी कोरोना का ग्रहण पड़ता दिख रहा है …. जी हाँ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहली बार इस मामले में प्रतिक्रिया दी है  ….. 

देवभूमि के हरिद्वार में अगले साल  2021 में होने वाला महाकुंभ को प्रयागराज महाकुम्भ की तरह फुली  डिजिटल और इंटरनेशनल प्लेटफार्म पर हाईटेक बनाने की  बात कहती रही है लेकिन अब जिस तरह से कोरोना ने आफत मचा रखी है उसके बाद ये खबर सीएम दफ्तर से आयी है कि इस बार दुनिया के सबसे बड़े मानव मेले को भव्य और विशाल नहीं बनाया जायेगा ……  कोविड-19 के चलते सरकार ने कुंभ को सीमित करने का फैसला कर लिया है…… बड़ी बात ये है कि सरकार अब तक कुंभ का स्वरूप कैसा होगा इस पर  पहली बार इसके सीमित होने की बात खुद मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की है.

यूँ तो महाकुंभ 2021 की तैयारियां हरिद्वार में जोर-शोर से चल रही हैं,…. प्रशासनिक और तकनीकी टीम भी कुम्भ की तैयारियों में जुटे हुए हैं …  लेकिन कोरोना महामारी के कारण तैयारियों ने उतना जोर नहीं पकड़ा है, जितना होना चाहिए था. ….. जानकार बताते हैं कि कहीं न कहीं सरकार भी इस बात के लिए तैयार थी कि महाकुंभ 2021 इस बार सीमित रूप से ही किया जाए. आपको बता दें कि भारत सरकार ने महाकुंभ के लिए 300 करोड़ रुपए जारी किए थे, जबकि त्रिवेंद्र सरकार को इसके लिए 100 करोड़ रुपए जारी करने थे.हालांकि, केंद्र ने तो 300 करोड़ जारी कर दिए, लेकिन उत्तराखंड सरकार ने अब तक 100 करोड़ रुपए जारी नहीं किए हैं. उत्तराखंड सरकार के इस फैसले से भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हरिद्वार  महाकुंभ के भव्य और विशाल आयोजन को लेकर पशोपेस में थी और अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तरफ से कहा गया है कि राज्य सरकार द्वारा महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पास जारी किए जाएंगे…… 

ऐसी योजना बनायीं जाने की बात भी सामने आयी है जिसमें कहा जा रहा है की महाकुंभ क्षेत्र में गंगा स्नान वही व्यक्ति कर पायेगा, जो सरकारी पास लेकर पहुंचेगा…… अब ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि  त्रिवेंद्र सरकार ने यह तय कर लिया है कि महाकुंभ 2021 का आयोजन सीमित रूप में ही किया जाना है….. नए फैसले के साथ ही अब राज्य सरकार दूसरे राज्यों और अखाडा परिषद् के साथ साथ देश भर के साधु-संतों से भी चर्चा कर रही है…. इस दौरान इंट्री पास की व्यवस्थाओं पर संत महात्माओं से राय ली जा रही है …. अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में महाकुम्भ के पर्व से जुड़े और कौन से नए फैसले सामने आते हैं 

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