दिल्ली- लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू को मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया।
कर्नल संतोष बाबू ने ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान लद्दाख सेक्टर में गलवान घाटी में न केवल दुश्मन के सामने एक अवलोकन पोस्ट की स्थापना की बल्कि चीनी सेना के हमले का भी पुरजोर विरोध किया। उनके इस साहस के लिये उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र प्रदान किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने संतोष बाबू की माता और पत्नि को वीरता पुरस्कार सौंपा। इसके साथ ही आपरेशन स्नो लेपर्ड का हिस्सा रहे और वीरगति को प्राप्त चार अन्य सैनिकों को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
नायब सूबेदार नूडूराम सोरेन, हवलदार के पिलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह भी इस आपरेशन का हिस्सा रहे थे।